बैडमिंटन: स्टार शटलर एचएस प्रणय ने खेल के लिए छोड़ दिया दूध, अंडे, मशरूम और...
इंडिया ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंच चुके एचएस प्रणय आंत की बीमारी से पीड़ित हैं. उन्हें इस कारण प्रैक्टिस सेशन से लेकर मैच के दौरान भी खाने का मन करता था.
नई दिल्ली: किसी भी खिलाड़ी के रूटीन चार्ट में प्रोटीनयुक्त डाइट सबसे जरूरी हिस्सा होता है. ऐसे में किसी खिलाड़ी से कहा जाए कि अगर उसे खेलते रहना है तो दूध, अंडे और मशरूम जैसी चीजें छोड़नी पड़ेंगी. फिर उसकी क्या प्रतिक्रिया होगी या इसका उसके खेल पर क्या असर होगा. शायद पहली बार में इसका नकारात्मक जवाब आए. लेकिन कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुके एचएस प्रणय (HS Prannoy) यह सब छोड़कर भी आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने गुरुवार को इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट का क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतने के बाद अपनी जिंदगी के कई राज खोले.
भारत के एचएस प्रणय ने इंडिया ओपन के प्री क्वार्टर फाइनल में अपने से बेहतर रैंकिंग वाले डेनमार्क के जेन ओ जॉर्गेनसन को हराया. उन्होंने 67 मिनट चले इस मुकाबले को 21-19, 20-22, 21-17 से जीता. इस लंबे मुकाबले के तीसरे गेम में उन्होंने शुरुआत में पांच अंक की बढ़त बना ली थी. इसके बाद उन्होंने डिफेंसिव शैली में खेलते हुए आखिरी तक बढ़त बनाए रखी.
मैच के बाद उन्होंने कहा कि यह बेहद कड़ा मुकाबला था. इसलिए इसे जीतकर बेहद खुशी हो रही है. दरअसल, एचएस प्रणय पिछले साल अगस्त के बाद से फिटनेस बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे थे. इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया, ‘मुझे पहली बार पिछले साल अगस्त में वर्ल्ड चैंपियनशिप के दौरान इस तरह की समस्या हुई. मैं जल्दी थक जाता था. सांसें भर आती थीं. हर वक्त भूख भी लगी रहती थी. यहां तक कि खेलने के वक्त भी खाने की इच्छा होती थी. इसके बाद मैंने अपने कोचिंग स्टाफ और मेडिकल स्टाफ से बात की. जांच के बाद पता चला कि मेरी आंत में कुछ समस्या है. खाना ठीक से हजम नहीं होता.’
समस्या तो पता चल चुकी थी, लेकिन इलाज बाकी था. डॉक्टर ने उन्हें कुछ ऐसी सलाह दी, जिससे उनकी पूरी लाइफ स्टाइल बदल गई. प्रणय बताते हैं, ‘मुझे कुछ चीजें नहीं खाने को कहा गया. इनमें मशरूम और बेकन शामिल थे. इतना ही नहीं, मैं अब अपनी पसंदीदा चीजें दूध और अंडे भी नहीं खा सकता. लेकिन कोई बात नहीं. हर एथलीट को कुछ ना कुछ त्याग करना होता है. ऐसे में अगर मुझे अपने फेवरेट खाने से दूर रहना पड़ रहा है, तो भी कोई बात नहीं है.’
26 साल के प्रणय ने बताया, ‘महज छह महीने में मेरे खाने, पीने से लेकर सोने, उठने तक सब कुछ बदल गया है. कोच और फीजियो ने मेरे लिए पहले से अलग शेड्यूल बनाया है और अब मैं उसी के मुताबिक एक्सरसाइज या प्रैक्टिस करता हूं.’ प्रणय का इंडिया ओपन के क्वार्टर फाइनल में वर्ल्ड नंबर-1 डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन से मुकाबला होना है.