Hanuma Vihari: हनुमा विहारी के खिलाफ जांच के आदेश, आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन ने किया ऐलान
Ranji Trophy: हनुमा विहारी और आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन के बीच चल रहे विवाद में एक नया मोड़ आ गया है. आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन ने एक प्रेस रिलीज जारी कर हनुमा विहारी के खिलाफ खिलाफ जांच की घोषणा की है. बता दें कि इस बल्लेबाज ने बोर्ड पर कप्तान छोड़ने को लेकर दबाव डालने की बात कही थी.
Hanuma Vihari: रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में आंध्र टीम की कप्तानी छोड़ने को लेकर चौंकाने वाले खुलासे करने वाले हनुमा विहारी से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन में उनका खिलाफ जांच शुरू करने की घोषणा कर दी है. एक प्रेस रिलीज जारी करते हुए क्रिकेट एसोसिएशन ने लिखा कि स्टेट एसोसिएशन ने हनुमा विहारी के खिलाफ जांच शुरू कर दी है, जिन्होंने ACA पर उन्हें मौजूदा सीज़न की शुरुआत में कप्तानी से इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था.
ACA ने जारी की प्रेस रिलीज
आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन ने एक प्रेस रिलीज जारी की है, जिसे हनुमा विहारी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर भी किया है. इसे शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा, 'प्रयास जारी रखें.' प्रेस रिलीज में लिखा गया, 'विहारी के अभद्र भाषा के इस्तेमाल और अपमानजनक व्यवहार के बारे में टीम के साथियों, सहयोगी स्टाफ और एसीए प्रशासकों से शिकायतें मिली थीं. आंध्र क्रिकेट एसोसिएशन सभी शिकायतों की गहन जांच करेगा और उचित कार्रवाई के बारे में सूचित किया जाएगा.'
हनुमा विहारी ने किया था पोस्ट
हनुमा विहारी ने सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए लिखा था, 'रणजी ट्रॉफी 2023/24. हमने अंत तक कड़ा संघर्ष किया, लेकिन ऐसा होना तय नहीं था. आंध्र के साथ एक और क्वार्टर हारने से निराश हूं. यह पोस्ट कुछ फैक्ट्स के बारे में है, जिन्हें मैं सामने रखना चाहता हूं. बंगाल के खिलाफ पहले गेम में मैं कप्तान था, उस गेम के दौरान मैं 17वें खिलाड़ी पर चिल्लाया और उसने अपने पिता (जो एक पॉलिटिकल लीडर हैं) से शिकायत की. बदले में उसके पिता ने एसोसिएशन से मेरे खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा. हालांकि, हमने पिछले साल फाइनलिस्ट बंगाल के खिलाफ 410 रन का पीछा किया था, लेकिन मुझे बिना किसी गलती के कप्तानी से इस्तीफा देने के लिए कहा गया.'
एसोसिएशन को लेकर भी लिखा था
पोस्ट में विहारी ने आगे लिखा, 'मैंने व्यक्तिगत तौर पर खिलाड़ी से कभी कुछ नहीं कहा, लेकिन एसोसिएशन ने सोचा कि वह खिलाड़ी उस व्यक्ति से अधिक महत्वपूर्ण है, जिसने पिछले साल अपना शरीर दांव पर लगा दिया और बाएं हाथ से बल्लेबाजी करते हुए पिछले 7 सालों में आंध्र को 5 बार नॉकआउट में पहुंचाया और भारत के लिए 16 टेस्ट खेले. मुझे शर्मिंदगी महसूस हुई, लेकिन इस सीज़न में खेलना जारी रखने का एकमात्र कारण यह था कि मैं खेल और अपनी टीम का सम्मान करता हूं. दुखद बात यह है कि एसोसिएशन का मानना है कि खिलाड़ियों को जो भी वह कहें सुनना पड़ता है और खिलाड़ी उनकी वजह से ही वहां हैं.'
आंध्र से नहीं खेलने की कही बात
हनुमा विहारी ने आगे लिखा, 'मुझे अपमानित और शर्मिंदगी महसूस हुई लेकिन मैंने इसे आज तक व्यक्त नहीं किया है. मैंने फैसला किया है कि मैं आंध्र के लिए कभी नहीं खेलूंगा जहां मैंने अपनी रेस्पेक्ट खो दी है. हां, मुझे टीम से प्यार है. जिस तरह से हम हर सीजन में आगे बढ़ रहे हैं, मुझे वह पसंद है, लेकिन एसोसिएशन नहीं चाहती कि हम आगे बढ़ें.'