दुबईटीम इंडिया ने एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के फाइनल में अपनी जगह लगभग सुनिश्चित कर ली है. कप्तान रोहित शर्मा और शिखर धवन की पहले विकेट के लिए रिकार्ड साझेदारी के दम पर भारत ने रविवार को यहां अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान पर लगातार दूसरे मैच में 63 गेंदें शेष रहते हुए नौ विकेट से एकतरफा जीत दर्ज की.  इस पारी में रोहित और शिखर दोनों ने शानदार शतक लगाए. 


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पाकिस्तान ने भारत को 238 रन का लक्ष्य दिया लेकिन रोहित (119 गेंदों पर नाबाद 111 रन) और धवन (100 गेंदों पर 114 रन) ने इसे बौना साबित करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. रोहित ने 19वां शतक जमाया. उन्होंने अपनी पारी में सात चौके और चार छक्के लगाये. धवन ने अपनी 15वीं शतकीय पारी खेली जिसमें 16 चौके और दो छक्के शामिल हैं. इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 210 रन की साझेदारी की जो भारत की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ नया रिकार्ड है. भारत ने 39.3 ओवर में एक विकेट 238 रन बनाए. 


 मलिक और सरफराज ने दिया पाकिस्तान को सम्मानजनक स्कोर
इससे पहले शोएब मलिक (90 गेंदों पर 78 रन) और कप्तान सरफराज अहमद (44) ने तीसरे विकेट के लिए 107 रन जोड़कर पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाले पाकिस्तान को शुरुआती झटकों से उबारा. भारत ने हालांकि अंतिम आठ ओवरों में केवल 44 रन देकर अच्छी वापसी की और पाकिस्तान को सात विकेट पर 237 रन ही बनाने दिए. 


भारत की यह पाकिस्तान पर लगातार दूसरी जीत है. उसने ग्रुप चरण में भी 126 गेंद शेष रहते हुए आठ विकेट से बड़ी जीत दर्ज की थी. भारत की आज की जीत में गेंदबाजों का योगदान भी अहम रहा. पाकिस्तान का स्कोर 42 ओवर के बाद चार विकेट पर 193 रन था लेकिन अंतिम आठ ओवर में केवल एक बाउंड्री लगी. भारत को वापसी दिलाने में जसप्रीत बुमराह (29 रन देकर दो विकेट) ने अहम भूमिका निभायी. युजवेंद्र चहल (46 रन देकर दो) और कुलदीप यादव (42 रन देकर दो) ने भी अच्छी गेंदबाजी की. 


दो बार जीवनदान मिला रोहित को
इसके बाद रोहित और धवन ने रही सही कसर पूरी कर दी. रोहित को 15 और 81 रन के निजी योग पर जीवनदान भी मिला. भारतीय सलामी बल्लेबाजों ने शुरू से ही हावी होकर खेलने की रणनीति अपनाई जिसमें वे सफल भी रहे. इन दोनों ने वनडे में 13वीं बार शतकीय साझेदारी पूरी की. अब वे भारत की तरफ से शतकीय साझेदारियों के मामले सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली (21) के बाद दूसरे स्थान पर पहुंच गए. 


रोहित इस टूर्नामेंट में लगातार तीसरी बार 50 रन पार पहुंचने में सफल रहे. इन दोनों ने पचासा पूरा करने के बाद तो खुलकर बल्लेबाजी की जिससे 26वें ओवर में भारतीय स्कोर 150 रन के पार पहुंच गया. पाकिस्तानी गेंदबाजों ने शार्ट पिच गेंदों को रोहित और धवन ने खूबसूरती से पुल किये. ऐसे ही दो अवसरों पर गेंद छक्के के लिए गई. 


साझेदारी का नया रिकॉर्ड
रोहित के शादाब पर लगाये गए दूसरे छक्के से इन दोनों ने पाकिस्तान के खिलाफ भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ साझेदारी का नया रिकार्ड बनाया. इससे पहले का रिकार्ड 159 रन का था जो तेंदुलकर और गांगुली ने 1998 में ढाका में बनाया था. लक्ष्य का पीछा करते हुए यह भारत की तरफ से सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है. 


बने ये भी रिकॉर्ड
बाद में मुकाबला भारत बनाम पाकिस्तान नहीं रह गया था. सब की निगाह इस पर टिकी थी इन दोनों बल्लेबाजों में पहले शतक पूरा कौन करेगा. रोहित ने इस बीच वनडे में 7000 रन पूरे किये जिसके लिए उन्हें 94 रन की दरकार थी. धवन ने शाहीन पर चौका लगाकर पहले सैकड़ा पूरा किया. इसके बाद वह रन आउट हो गए लेकिन तब भारत लक्ष्य से केवल 28 रन दूर था. रोहित ने इसके बाद मलिक की गेंद पर तेजी से दो रन चुराकर 107 गेंदों पर शतक पूरा किया. अंबाती रायुडु 12 रन बनाकर नाबाद रहे. 


पाकिस्तान पर शुरू से था दबाव
इससे पहले बुमराह ने भुवनेश्वर कुमार ने पहले सात ओवरों में केवल 21 रन देकर बल्लेबाजों पर दबाव बनाया. चहल ने इसका फायदा उठाकर अपने पहले ओवर में ही इमाम उल हक (10) को पगबाधा आउट किया. भारत को इस सफलता के लिए डीआरएस का सहारा लेना पड़ा. कुलदीप की फखर जमां (31) के खिलाफ पगबाधा की अपील पर अंपायर की उंगली उठ गई. बाबर आजम (नौ) रन आउट होकर पवेलियन लौटे जिससे स्कोर तीन विकेट पर 58 रन हो गया. पाकिस्तानी पारी इसके बाद मलिक के इर्द गिर्द घूमती रही. उन्होंने 64 गेंदों पर वनडे में अपना 43वां अर्धशतक पूरा किया. यह भारत के खिलाफ उनका 12वां पचासा है. 


सरफराज पर अपनी 66 गेंद की पारी में केवल दौ चौके लगाने के कारण बड़े शाट खेलने का दबाव था. कुलदीप ने इसका फायदा उठाया और पाकिस्तानी कप्तान को कवर में कैच देने के लिए मजबूर किया. 


 आसिफ अली की तूफानी लेकिन छोटी पारी
आसिफ अली (30) ने भुवनेश्वर के एक ओवर में दो गगनदायी छक्के लगाये. पारी का यह 42वां ओवर था जिसमें 22 रन बने. भुवनेश्वर ने इससे पहले अपने सात ओवर में केवल 17 रन दिए थे. लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने पाकिस्तान पर जल्द ही दबाव बना दिया. इसके बाद एकमात्र बाउंड्री 47वें ओवर की आखिरी गेंद पर लगी. 


रोहित ने भुवनेश्वर की जगह बुमराह को गेंद सौंपी जिन्होंने मलिक को आउट करके भारत को बड़ी सफलता दिलायी. महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी दायीं तरफ डाइव लगाकर खूबसूरत कैच लिया. मलिक ने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के लगाये. चहल ने आसिफ को बोल्ड किया. मोहम्मद नवाज 15 रन बनाकर नाबाद रहे. 


(इनपुट भाषा)