Australia Fielding: क्रिकेट की दुनिया में एक नाम हुआ जॉन्टी रोड्स, शायद हर क्रिकेट प्रेमी इस नाम से वाकिफ होगा. उसके बाद एक और नाम हुआ मोहम्मद कैफ. क्रिकेट पंडित कहते हैं कि इन दोनों ने टीम में अपनी जगह बॉलिंग बैटिंग की बजाय फील्डिंग से बनाई हुई थी. इन दो नामों के अलावा डिविलियर्स, रैना, युवराज, हर्षल गिब्स, जैसे तमाम नाम हुए जिन्होंने क्रिकेट में फील्डिंग की परिभाषा गढ़ दी. आज जब अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में ऑस्ट्रेलियाई टीम की फील्डिंग लोगों ने देखी तो वे भौचक्के रह गए और ये सारे नाम याद आने लगे. यह इसलिए भी क्योंकि इस वर्ल्ड में ऑस्ट्रेलियाई टीम की फील्डिंग पर भी सवाल खड़े हो रहे थे.


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टीम इंडिया पर जोरदार पलटवार
असल में वर्ल्ड को की शुरुआत में तो ऑस्ट्रेलियाई टीम एकदम से फीकी लग रही थी लेकिन बाद में जब उसने लय पकड़ ली तो सीधा फाइनल में ही नजर आई. अब फाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने टीम इंडिया पर जोरदार पलटवार किया है. वो टीम इंडिया जिसने लीग मैच से लेकर फाइनल तक बड़ी-बड़ी टीमों को चने चबवा दिए, उस टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया ने फील्डिंग के दम पर चौंका दिया. सिंगल डबल और चौके के लिए जा रही गेंदों पर ऑस्ट्रेलिया के फील्डर ऐसे झपट पड़े मानों किसी शिकार पर झपट पड़े हों. इसके अलावा ट्रेविस हेड ने रोहित शर्मा को जो कैच पकड़ा, उसके बारे में क्या ही कहना.


फील्डिंग आला दर्जे की
यूं ही नहीं क्रिकेट एक्सपर्ट्स ऑस्ट्रेलिया की बैटिंग और बॉलिंग ही नहीं बल्कि फील्डिंग को भी आला दर्जे की बताते रहे हैं. यह टीम अपनी फील्डिंग से भी विरोधी टीम के जबड़े से मैच खींचकर जीतने का माद्दा रखती है. स्लाइड लगाकर बाउंड्री लाइन पर गेंद रोकना, डायरेक्ट थ्रो से रनआउट करना या हवा में उछलकर कैच लपकना. ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने इस फाइनल मैच में दिखा दिया है कि उन्हें यह महारत कैसे हासिल है. और बड़े मैच में वे कैसे इस तरह का प्रदर्शन करना जानते हैं. 


11 के 11 खिलाड़ी फील्डिंग के दम पर मैदान पर छाए
फिलहाल टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के सामने फाइट करती नजर आ रही है. ऑस्ट्रेलिया ने फील्डिंग और बॉलिंग में दम दिखाया है. और इसके साथ हो वह बैटिंग में तो लंबे समय से दमदार रही है. ऑस्ट्रेलियाई टीम रिकॉर्ड आठवीं बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है. अबतक ऑस्ट्रेलिया ने 5 बार विश्व कप का खिताब जीता है तो वहीं भारत ने 2 बार खिताब अपने नाम करने में सफलता पाई है. इसके 11 के 11 खिलाड़ी फील्डिंग के दम पर मैदान पर छाए हुए हैं. अब देखना होगा कि टीम इंडिया कितना बड़ा टारगेट दे पाएगी.