नई दिल्ली: साल 2020 में पूरी दुनिया में कोरोना का कहर रहा, जो अब तक खत्म नहीं हो पाया है. महामारी के कारण लगभग साल भर से खेल गतिविधियां ठप होने का असर खेल बजट (Sports Budget) पर भी पड़ा है. संसद में सोमवार को पेश किए गए आम बजट में केंद्र सरकार ने अगले वित्त वर्ष 2021-22 के लिए खेलों में 2,596.14 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया जो कि पिछले वित्त वर्ष में आवंटित बजट से 8.16 प्रतिशत या 230.78 करोड़ रुपये कम है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

खेल बजट में कटौती


वर्ष 2021-22 के बजट में खेल (Sports Budget) और युवा कार्य मंत्रालय को 2596.14 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं जो पिछले वर्ष के मूल आवंटन से 230.78 करोड़ रुपये कम है.


वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को वर्ष 2021-22 के लिए बजट संसद में पेश किया.


पिछले वित्त वर्ष के संशोधित आवंटन से हालांकि यह 795.99 करोड़ रुपये अधिक है. वर्ष 2020-21 के लिये मूल आवंटन 2826.92 करोड़ रुपये था जो बाद में घटाकर 1800.15 करोड़ कर दिया गया था.


ICC ने पोस्ट की Gwadar Stadium की तस्वीर तो मच गया बवाल, देखिए कैसे चला ट्विटर वार


कोरोना महामारी के कारण टोक्यो ओलंपिक स्थगित होने के अलावा घरेलू टूर्नामेंट भी नहीं हो सके और विदेश में अभ्यास या प्रतिस्पर्धा भी संभव नहीं हुआ. ओलंपिक की तैयारी के लिए विदेश में प्रतिस्पर्धा और अभ्यास का खर्च खेल मंत्रालय वहन करता है.


मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘शुरुआत में पिछले साल के बजट में खेलों को 2826.92 करोड़ रुपये दिए गए थे जो बाद में घटाकर 1800.15 करोड़ कर दिए गए क्योंकि कोरोना महामारी के कारण खेल हो ही नहीं रहे थे. बुनियादी ढांचा बेहतर करने की दिशा में भी कोई काम नहीं हो सका’.


खिलाड़ियों के लिए बड़ा नुकसान


खेलो इंडिया (Khelo India) के लिए वर्ष 2020-21 के बजट में 890.42 करोड़ रुपये आवंटित किए गए. संशोधित अनुमान में इसे 328.77 कर दिया गया है. वर्ष 2021-22 में इस मद के लिए परिव्य बढाकर 657.71 करोड़ रुपये कर दिया गया है.


वहीं राष्ट्रीय खेल महासंघों के लिए आवंटन पिछले बजट में 245 करोड़ रुपये था. इसे संशोधित आवंटन बजट अनुमान में 132 करोड़ रुपये कर दिया गया है. अगले वित्त वर्ष के लिए बढाकर 280 करोड़ रुपये कर दिया गया है . राष्ट्रीय खेल विकास कोष के लिये 25 करोड़ रुपये दिए गए हैं जबकि वर्ष 2020- 21 के बजट में संशोधित आवंटन 7.23 करोड़ रुपये है.


भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) को मिलने वाले आवंटन में भी इजाफा किया गया है. साई को 660.41 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं जबकि 2020- 21 के बजट अनुमान में आवंटन 500 करोड़ रूपये था जो संशोधित अनुमान में 612.21 करोड़ रुपये है.


खिलाड़ियों के लिए प्रोत्साहन का बजट 70 करोड़ रुपये से घटाकर 53 करोड़ रुपये कर दिया गया. वहीं 2010 राष्ट्रमंडल खेल साई (SAI) स्टेडियमों की मरम्मत का बजट 75 करोड़ रूपये से घटाकर 30 करोड़ रूपये कर दिया गया.