नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद चेतेश्वर पुजारा ने कहा था कि मैं अपनी बैटिंग स्टाइल में बदलवा करने जा रहा हूं ताकि वनडे और टी20 टीम में जगह बना सकूं. अपनी धीमी बल्लेबाजी के लिए मशहूर पुजरार ने अपने वादे को निभाते हुए गुरुवार को तूफानी शतक जमाया. सौराष्ट्र की ओर से खेलते हुए इस खिलाड़ी ने 100 की नाबाद पारी खेली. इसके साथ ही उन्होंने टी20 क्रिकेट में सौराष्ट्र की ओर से पहला शतक लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया.


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चेतेश्वर ने अपनी यह पारी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में रेलवे के खिलाफ खेली. दोनों टीमों के बीच टी20 क्रिकेट सीरीज का पहला मैच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में खेला गया. इस मुकाबले में रेलवे ने टॉस जीतकर सौराष्ट्र को बल्लेबाजी करने का मौका दिया था.



चेतेश्वर पुजारा का दिखेगा नया 'अवतार', टेस्ट में कमाल के बाद वनडे में धमाल की तैयारी
अपनी पहली पारी के दौरान सौराष्ट्र ने रॉबिन उथप्पा के 46 रन और चेतेश्वर पुजारा के शतक की बदौलत 20 ओवर में 188 रन का स्कोर खड़ा कर दिया. इसमें एचएम देसाई ने भी 34 रन का योगदान दिया. जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी रेलवे टीम ने दो गेंद शेष रहते इस लक्ष्य को हासिल कर लिया. रेलवे की ओर से एमएच देवधर ने 49 और प्रथम सिंह ने 40 रन की पारी खेली.


14 चौके और एक छक्का मारा
पुजारा ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 14 चौकों और एक छक्के की मदद से 61 गेंदों पर 100 रनों की नाबाद पारी खेली. इस मैच में उनका स्ट्राइक रेट 163.93 का रहा.


मॉडर्न वॉल बनने की राह पर हैं पुजारा
ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले पुजारा की टीम में विश्वस्नीयता पर सवाल उठने लगे थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया में पुजारा ने अपने बल्ले से न केवल आलोचकों का मुंह बंद किया बल्कि दुनिया को अपना मुरीद भी बना लिया.  पुजारा को टीम इंडिया में 'द वॉल' कहे जाने वाले राहुल द्रविड़ के मुकाबले काफी सफर तय करना है, फिर भी यह कहना गलत नहीं होगा कि वे टीम इंडिया की मॉडर्न दीवार बनने की ओर हैं और सही दिशा में भी जा रहे हैं.