DDCA Coach Abhay Sharma Issue: दिल्ली क्रिकेट में सब ठीक नहीं चल रहा है. दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) अपने कोच को हटाने की तैयारी कर रहा है. इसका कारण टीम का घरेलू क्रिकेट में लगातार खराब प्रदर्शन है. ऐसे में कोच अभय शर्मा पर गाज गिर सकती है और उनकी कुर्सी पर खतरा मंडरा रहा है.


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CAC ने कर ली तैयारी!


निखिल चोपड़ा, गुरशरण सिंह और रीमा मल्होत्रा की अगुआई वाली डीडीसीए की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने अभय शर्मा को कोच पद से हटाने की तैयारी कर ली है. रणजी ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट में दिल्ली टीम के लचर प्रदर्शन के बाद डीडीसीए अभय शर्मा को बर्खास्त करने की तैयारी में है. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, रेलवे का यह पूर्व कप्तान अब अपने फैसलों के कारण सवालों के घेरे में है.


दिल्ली का खराब प्रदर्शन


रणजी ट्रॉफी में फिलहाल दिल्ली की टीम के नाम चार मैचों में सिर्फ दो अंक हैं. उस पर ग्रुप चरण में आखिरी स्थान पर रहने का खतरा मंडरा रहा है. टीम के इस लचर प्रदर्शन से अभय शर्मा के फैसले सवालों के घेरे में आ गए हैं. डीडीसीए में कोई भी शीर्ष अधिकारी उनसे खुश नहीं है. डीडीसीए के एक वरिष्ठ निदेशक ने कहा, ‘चयन समिति को बाहर किए जाने के बाद अभय भी आलोचना से बच नहीं सकते. इस तरह की हार के लिए वह भी बराबर के जिम्मेदार हैं. चयनकर्ताओं ने टीम को सेलेक्ट किया लेकिन उस टीम में से प्लेइंग-11 के चयन में कोच की भूमिका अहम होती है.’


गगन खोड़ा ने जताई हैरानी


भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर सरनदीप सिंह को पछाड़ कर दिल्ली के मुख्य कोच बने अभय शर्मा के बारे में डीडीसीए अधिकारियों की भी राय अच्छी नहीं है. डीडीसीए में कई अधिकारी मानते हैं कि उन्हें चुनना गलत फैसला था. डीडीसीए के मुख्य चयनकर्ता के पद से हटाए जाने से आहत गगन खोड़ा ने कहा कि वह मौजूदा रणजी ट्रॉफी में दिल्ली की हार पर अपना दृष्टिकोण रखने का मौका नहीं मिलने से निराश और हैरान हैं. डीडीसीए की सीएसी ने खोड़ा को साथी चयनकर्ताओं मयंक सिधाना और अनिल भारद्वाज के साथ बर्खास्त कर दिया था.


'DDCA से किसी पैसे की जरूरत नहीं'


इस फैसले से निराश खोड़ा ने कहा, ‘मुझे वास्तव में डीडीसीए से किसी पैसे की जरूरत नहीं है. मैं एक बाहरी व्यक्ति हूं और मुझे किसी अकादमी या कैंप या दिल्ली में क्रिकेट कैसे चलाया जाता है, यह नहीं पता था. मैं वास्तव में इसमें अंतर लाना चाहता था लेकिन मुझे चीजों को समझने का मौका नहीं दिया गया.’ राष्ट्रीय चयन समिति के सदस्य रह चुके खोड़ा ने कहा, ‘मुझे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से एक सप्ताह पहले चयनकर्ता बनाया गया. ऐसे में मैं खिलाड़ियों के प्रदर्शन को मैं कैसे परख सकता था.' 


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