28 साल के स्मिथ की 32 महीने चली कप्तानी, आसमां से जमीं की पूरी कहानी
कप्तानी करते हुए सिर्फ 32 महीने ही हुए थे कि 28 साल के स्टीव स्मिथ को दक्षिण अफ्रीका के दौरे बेहद अपमानित होकर वापस लौटना पड़ा है.
नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया की टीम एशेज में 2-3 से पराजित हो चुकी थी. यह 2015 की बात है. उस समय माइकल क्लार्क टीम के कप्तान थे. इस हार के बाद मैदान पर आक्रामक रवैये और जीत के जुनून ने स्टीव स्मिथ को ऑस्ट्रेलियन क्रिकेट टीम का कप्तान बना दिया गया. बहुत कम समय में ही स्टीव स्मिथ ने ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में मेहनती और आक्रामक क्रिकेटर के तौर पर अपनी पहचान बना ली थी, लेकिन कप्तानी करते हुए उन्हें सिर्फ 32 महीने ही हुए थे कि 28 साल के स्टीव स्मिथ को दक्षिण अफ्रीका के दौरे बेहद अपमानित होकर वापस लौटना पड़ा है.
स्टीव स्मिथ पर बॉल टैंपरिंग के आरोप लगे हैं. अपनी शानदार परफॉर्मेंस और आक्रामक अंदाज के चलते शिखर पर पहुंचे स्टीव स्मिथ के लिए यह बेहद शर्मनाक स्थिति है. स्टीव स्मिथ की परफॉर्मेंस और उनके शानदार रिकॉर्ड्स को देखते हुए डॉन ब्रेडमैन के बाद उन्हें टेस्ट क्रिकेट का सबसे बढ़िया बल्लेबाज माना गया था, लेकिन इस घटना ने दुनिया के इस 'महान' बनते जा बल्लेबाज को शिखर से जमीन पर लाने का काम किया.
स्टीव स्मिथ का जन्म 1989 में सिडनी में हुआ था. 2008 में स्मिथ ने न्यू वेल्स की तरफ से खेलते हुए डेब्यू किया. उस समय उन्हें एक लेग स्पिनर के रूप में देखाजाता था. इसके दो साल बाद पाकिस्तान के खिलाफ बैगी ग्रीन कैप मिल गई. उन्होंने आठवें नंबर पर बल्लेबाजी की. इसके बाद घरेलू होम सीरीज में उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ ड्रॉप कर दिया गया, लेकिन 2013 में उनकी फिर वापसी हुई.
ओवल में पांचवें टेस्ट में स्मिथ ने शानदार शतक जमाया. उस समय माइकल क्लार्क टीम के कप्तान थे. 2014-15 के भारत दौरे में स्मिथ ने सभी चार टेस्ट मैचों में शतक लगाकर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा.
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2015 में ही उन्हें ऑस्ट्रेलिया का कप्तान बना दिया गया. राष्ट्रीय चयनकर्ता रोड मार्श ने उनकी जमकर तारीफ की थी. उन्हें युवा और बेहद प्रतिभाशाली बल्लेबाज बताया गया. 2016 में अंपायर के खिलाफ भद्दी टिप्पणी करने के लिए उनकी 30 फीसदी फीस काट ली गई थी. यह न्यूजीलैंड के खिलाफ क्राइस्टचर्च में दूसरे टेस्ट मैच के दौरान हुआ, लेकिन स्मिथ की कप्तानी की हर ओर प्रशंसा हुई.
पिछले साल स्टीव स्मिथ को इसलिए आलोचना झेलनी पड़ी जब वह भारत के खिलाफ रिव्यू (DRS) के लिए ड्रेसिंग रूम की तरफ देख रहे थे. यह बेंगलुरु में दूसरे टेस्ट के दौरान हुआ था, लेकिन दूसरी टीमों के साथ स्मिथ के तनाव बढ़ते जा रहे थे. इंग्लैंड के गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने घरेलू एशेज के दौरान ऑस्ट्रेलियन गेंदबाजों पर ओवरस्टैपिंग के आरोप लगाए थे.
शानदार बल्लेबाज होने के बावजूद स्टीव स्मिथ की प्रतिष्ठा को नुकसान होता रहा. वर्तमान दक्षिण अफ्रीका सीरीज पहले रबाडा और फिर क्विंटन डिकॉक से ऑस्ट्रेलियन क्रिकेटरों का विवाद हुआ. क्विंटन विवाद में डेविड वार्नर भी स्मिथ के साथ खड़े नजर आए. इन सारे विवादों का सबसे बुरा रूप तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन देखने को मिला जब बैनक्रॉफ्ट को कैमरे ने गेंद के साथ छेड़छाड़ करते हुए पकड़ा था.
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कैमरे में यह साफ दिखाई दे रहा है कि बैनक्रॉफ्ट गेंद पर कुछ पीला सा रगड़ रहे हैं. जब स्मिथ ने कहा कि इस पूरे षड्यंत्र में वह स्वयं और पूरी टीम शामिल थी तो मामला साफ हो गया. बैनक्राफ्ट को 3 डिमैरिट प्वाइंट मिले और उनकी 75 फीसदी फीस काट ली गई. स्मिथ और वार्नर दोनों को कप्तानी और उप कप्तानी से हटा दिया गया. इस घटना से पूरा क्रिकेट जगत चौंक गया है. अब ऑस्ट्रेलिया की चुनौती मैदान पर नहीं मैदान के बाहर भी हैं.