Team India: वर्ल्ड क्रिकेट के महान तेज गेंदबाजों में से एक ग्लेन मैकग्रा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भारतीय टीम की करारी शिकस्त पर कहा कि ‘कभी-कभी ऐसा हो जाता है’. भारत को रविवार को ऑस्ट्रेलिया के हाथों 209 रनों की शिकस्त झेलनी पड़ी थी. एमआरएफ पेस फाउंडेशन के निदेशक मैक्ग्रा ने कहा, ‘कभी-कभी ऐसा हो सकता है. हां, इंग्लैंड में परिस्थितियां भारतीय क्रिकेट से बहुत अलग हैं. कभी-कभी ऐसा होता है, इसे ड्रेसिंग रूम का दबाव भी कह सकते है.’


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इस दिग्गज ने टीम इंडिया के जख्मों पर छिड़का नमक


ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व दिग्गज ने कहा, ‘दोनों टीमों ने हाल ही में बहुत अधिक टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन ऐसा ही होता है. आप  मैच के आखिरी दिन थोड़ा भटक जाते है. विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे को एक बड़ी साझेदारी करने की जरूरत थी, लेकिन भारत ने जल्दी विकेट गंवा दिया. यह एक टेस्ट मैच की प्रतियोगिता थी, इसलिए मुझे ज्यादा चिंता नहीं है.’


ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ की साझेदारी निर्णायक रही


बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के सीमित ओवरों के कप्तान एरॉन फिंच का मानना है कि भारत के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ के बीच पहली पारी में 285 रन की साझेदारी निर्णायक साबित हुई. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 209 रन से हराकर पहली बार डब्ल्यूटीसी खिताब जीता. फिंच ने कहा,‘वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन बनना बड़ी उपलब्धि है. मुझे लगता है कि ट्रेविस हेड और स्टीव स्मिथ की साझेदारी निर्णायक साबित हुई. स्टीव स्मिथ ऐसा ही खेलता है.’


बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल की मांग


फिंच ने कहा, ‘इंग्लैंड में खेलते समय वह जब चाहता है शतक बना लेता है. यह शानदार प्रदर्शन है और मैं टीम के लिये बहुत खुश हूं.’ हार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने बेस्ट ऑफ थ्री फाइनल की मांग की थी लेकिन फिंच ने कहा,‘मुझे मौजूदा प्रारूप से कोई दिक्कत नहीं है. अगर तीन टेस्ट भी खेले जाएं तो वह समय की बर्बादी होगी. हम जीत या हार के लिए खेलते हैं और मुझे इस प्रारूप से कोई मसला नहीं है.’