दक्षिण अफ्रीका के पूर्व विकेटकीपर और हेड कोच मार्क बाउचर ने डरबन में टी20 सीरीज के पहले मैच में भारत को 61 रनों से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाली स्पिन जोड़ी रवि बिश्नोई और वरुण चक्रवर्ती की तारीफ की है. भारत के स्कोर 202/8 के बचाव में रवि बिश्नोई और वरुण चक्रवर्ती ने मिलकर 6 विकेट चटकाए और दक्षिण अफ्रीकी टीम पर दबाव बनाए रखा. रवि बिश्नोई और वरुण चक्रवर्ती ने तीन-तीन विकेट लिए, जबकि 53 रन दिए. इसका मतलब यह हुआ कि दक्षिण अफ्रीका कभी भी खुलकर नहीं खेल पाया और 17.5 ओवर में 141 रन पर आउट हो गया, जिससे भारत ने चार मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली.


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दक्षिण अफ्रीका के हेड कोच मार्क बाउचर ने कहा, 'वरुण चक्रवर्ती ने अपने प्रदर्शन में बहुत तेजी के साथ सुधार किया है. वरुण चक्रवर्ती ने रवि बिश्नोई के साथ जिस तरह से गेंदबाजी की, उन दोनों के बीच शानदार साझेदारी रही. क्लासेन लय में नहीं दिखे, ईमानदारी से कहूं तो ऐसा नहीं लग रहा था कि वह अच्छे फॉर्म में हैं. वे कभी भी पूरी ताकत से नहीं खेल रहे थे, हमेशा ऐसा लग रहा था कि कुछ न कुछ छूटने वाला है. मुझे लगता है कि उन्होंने दबाव बनाने के लिए खेल में किसी समय 9 गेंदों पर सिर्फ तीन रन दिए थे. उन्होंने वास्तव में ऐसा दिखाया कि यह मुकाबला लड़कों के खिलाफ पुरुषों का था.'


अफ्रीकी कोच ने बयां किया हार का दर्द


मार्क बाउचर ने लेग स्पिनर रवि बिश्नोई की दूसरी पारी में सीम पोजीशन बदलने के लिए भी तारीफ की. क्लासेन को धमाकेदार शुरुआत नहीं मिल पाने के कारण डेविड मिलर भी दक्षिण अफ्रीका की स्थिति को बेहतर नहीं बना पाए. बाउचर ने बताया कि कैसे 11वें ओवर में बिश्नोई के खिलाफ मिलर का पांच डॉट बॉल खेलना डरबन में बल्लेबाजी के संघर्ष को और उजागर करता है.


डेविड मिलर कुछ भी नहीं समझ पा रहे थे


मार्क बाउचर ने कहा, 'डेविड मिलर कुछ भी नहीं समझ पा रहे थे. मेरा मतलब है कि वहां एक ऐसा भी ओवर था, जहां मुझे लगता है कि उन्होंने छह में से चार गेंदों को मिस किया. इसलिए बिश्नोई ने वास्तव में अच्छी गेंदबाजी की, और यह दर्शाता है कि दो स्पिनरों में बहुत गुणवत्ता है. उस विकेट पर गेंदबाजों के लिए कुछ था, कुछ ऐसा जिसका फायदा दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज नहीं उठा सके.'