Indian Cricket Team Hong Kong Cricket Sixes Tournament: भारत इस साल 1 से 3 नवंबर तक होने वाले हांगकांग क्रिकेट सिक्स टूर्नामेंट में खेलने के लिए तैयार है. यह टूर्नामेंट 1992 में शुरू हुआ था और 2017 तक इसे आयोजित किया गया था. अब 7 साल बाद इस टूर्नामेंट की वापसी होने वाली है. भारत 2005 में एक बार इस ट्रॉफी को जीतने में सफल हुआ था. इसके अलावा 1996 में टीम इंडिया उपविजेता रही थी. अब वह पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका और साउथ अफ्रीका जैसी टीमों से लोहा लेने के लिए तैयार है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

क्रिकेट हांगकांग ने दी जानकारी


क्रिकेट हांगकांग ने सोमवार को अपने 'एक्स' अकाउंट पर भारतीय टीम के टूर्नामेंट में खेलने के बारे में पुष्टि की. उसने लिखा, ''टीम इंडिया एचके6 में छक्के मारने के लिए तैयार है! विस्फोटक पावर-हिटिंग और छक्कों का तूफान आएगा जो फैंस को हैरान कर देगा. अधिक टीमें, अधिक छक्के, अधिक उत्साह और अधिकतम रोमांच की उम्मीद करें. एचके6 1 से 3 नवंबर 2024 तक वापस आ गया है.''


 



 


ये भी पढ़ें: कपड़ा फैक्ट्री में किया काम, ऑटो रिक्शा चलाया...अब बनेगा भारत का स्टार! ऋतुराज गायकवाड़ को आउट कर मचाई सनसनी


ये टीमें लेंगी हिस्सा


टूर्नामेंट का 20वां संस्करण 12 टीमों के बीच खेला जाएगा. यह टिन क्वोंग रोड एंटरटेनमेंट ग्राउंड में आयोजित किया जाएगा. भारत के अलावा अन्य टीमें पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, हांगकांग, नेपाल, न्यूजीलैंड, ओमान, साउथ अफ्रीका, श्रीलंका और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) हैं. टूर्नामेंट में पहले ब्रायन लारा, वसीम अकरम, शेन वार्न, सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी और अनिल कुंबले जैसे प्लेयर खेल चुके हैं. भारत ने 2005 में टूर्नामेंट जीता था, जबकि इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका 5-5 खिताबों के साथ सबसे सफल टीमें हैं.


ये भी पढ़ें: PAK vs ENG Test: पाकिस्तान के खिलाफ 27 रन बनाते ही इतिहास रच देगा इंग्लैंड का स्टार, कोहली-स्मिथ तो कोसों दूर


टूर्नामेंट के अजब-गजब नियम


टूर्नामेंट के अन्य पिछले विजेताओं में पाकिस्तान, श्रीलंका, ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज शामिल हैं. टूर्नामेंट का प्रारूप मजेदार है. मैच छह खिलाड़ियों की दो टीमों के बीच खेले जाते हैं. प्रत्येक मैच में प्रत्येक टीमों के लिए अधिकतम पांच ओवर होते हैं. पांच ओवर की गेंदबाजी होती हैं और हर ओवर में छह की जगह आठ गेंद फेंक सकते हैं.विकेटकीपर को छोड़कर फील्डिंग करने वाली टीम के हर प्लेयर को एक-एक ओवर गेंदबाजी करनी होती है. वाइड और नो-बॉल पर एक नहीं बल्कि 2 रन मिलते हैं. 31 रन बनाने के बाद एक बल्लेबाज रिटायर होना पड़ता है. अपनी टीम के सभी विकेट गिर जाने के बाद वे अंत में बल्लेबाजी के लिए वापस आ सकते हैं.