हैमिल्टन:  न्यूजीलैंड के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज में टीम इंडिया के पहले तीन मैच जीतने के बाद किसी ने सोचा भी नहीं होगा की चौथे वनडे में टीम इंडिया का बुरा हाल हो जाएगा. अपने 200वें वनडे में भारत की कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा से टीम इंडिया के फैंस को काफी उम्मीदें थी. इस मैच में टीम इंडिया की बल्लेबाजी जिस तरह से चरमराई, उससे टीम इंडिया की वर्ल्ड कप की तैयारियों के तमाम दावे खोखले से लगने लगे. केवल एक मैच से किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता. भारतीय बल्लेबाजी ने जिस तरह से निराश किया, वह निश्चित तौर पर चिंता की बात है. 


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टॉस हारने के बात रोहित शर्मा को जब बल्लेबाजी मिली तो जैसे उनकी मन की ही बात हो गई. न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. वहीं रोहित चाहते थे कि टीम पहले बल्लेबाजी करे. रोहित ने टॉस जीतते समय बताया कि टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी क्षमता आंकना और बढ़ाना चाहती है.  रोहित को उस समय उम्मीद नहीं थी की उनके 200वें मैच की पहली पारी उनके लिए एक बुरा सपना बन जाएगी. 


टीम इंडिया की शुरुआत तो अच्छी रही पहले पांच ओवर में शिखर धवन ने कुछ अच्छे शॉट्स खेलते हुए 21 रन जोड़े. लग रहा था कि टीम को मजबूत शुरुआत मिल गई, लेकिन 6वें ओवर में ही ट्रेंट बोल्ट ने टीम इंडिया को पहला झटका दे दिया और शिखर धवन 20 गेंदों में एक चौके और एक छक्के साथ 13 रन बनाकर एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. इसके बाद ट्रेट बोल्ट ने 18वें ओवर में टीम इंडिया को एक और झटका देते हुए कप्तान रोहित शर्मा को भी आउट कर दिया. बोल्ट ने रोहित को अपनी ही गेंद पर लपका. रोहित 23 गेंदों पर केवल 7 रन बना सके. उस समय टीम इंडिया का स्कोर केवल 23 रन था.



सलामी जोड़ी के आउट होने के बाद टीम इंडिया का तीसरा विकेट भी जल्दी ही गिर गया. अंबादी रायडू बिना खाता खोले ही आउट हो गए. रायडू को कोलिन डी ग्रैंडहोम ने शॉर्ट एक्ट्रा कवर पर मार्टिन गप्टिल के हाथों लपकवाया. इसके बाद 33 के स्कोर पर ही दिनेश कार्तिक भी शून्य पर आउट हो गए जिससे टीम इंडिया संकट में आ गई. 


टीम इंडिया को एक और झटका लगा जब शुभमन गिल भी ट्रेंट बोल्ट के शिकार हो गए. शुभमन को बोल्ट ने अपनी ही गेंद पर कैच किया. गिल ने 21 गेंदों पर 9 रन बनाए. इस तरह टीम इंडिया के तीन विकेट 33 के स्कोर पर ही गिर गए. विकेटों के गिरने का सिलसिला यहीं नहीं गिरा. केदार जाधव के रूप में टीम इंडिया का छठा विकेट  गिरा.  केदार को ट्रेंट बोल्ट ने एलबीडब्लयू किया. केदार केवल एक रन बना सके. केदार के बाद भुवीनेश्वर कुमार के आउट होने से लगने लगा कि टीम इंडिया अपने सबसे कम वनडे स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ देगी जो कि 54 रन है. 


इसके बाद हार्दिक पांड्या ने टीम का स्कोर  50 के पार किया और 55 रन के स्कोर पर वे भी 16 रन बनाकर आउट हो गए. उन्हें ट्रेंट बोल्ट ने विकेट के पीछे कैच आउट कराकर टीम इंडिया का 8वां विकेट गिरा दिया. हार्दिक 16 रन बनाकर आउट हुए. बीस ओवर तक टीम इंडिया के 8 विकेट गिर चुके थे. जिसमें से पांच बोल्ट ने लिए थे. 


यहां लग रहा था कि टीम इंडिया की पारी कभी खत्म हो सकती है, लेकिन युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने 9वें विकेट के लिए 25 रनों की साझेदारी की और टीम इंडिया की शर्मिंदगी कुछ कम कर दी.  कुलदीप 30वें ओवर में 15 रन बनाकर बाउंड्री पर लपके गए. उन्हें ग्रैंडहोम ने एस्टल की गेंद पर कैच किया, लेकिन इससे पहले ही वे टीम का स्कोर 80 कर चुके थे. इसके बाद खलील अहमद के बोल्ड होने पर भारतीय पारी 92 रन पर खत्म हो गई. यह टीम इंडिया का 7वां सबसे कम वनडे स्कोर है.