सेंचुरियन : भारत ने दक्षिण अफ्रीका को सेंचुरियन में वनडे सीरीज के दूसरे वनडे में भी हरा कर शानदार जीत दर्ज की. फाफ जु प्लेसिस और एबी डिविलियर्स के बिना खेलने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम में अनुभव की कमी साफ दिखाई दी. पहले दस ओवर तक केवल एक विकेट खोने के बाद 14वें ओवर में चार विकेट खोने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम केवल 33 ओवर के भीतर ही 118 रन पर सिमट गई. भारत की ओर से युजवेंद्र चहल ने बतौर स्पिनर पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम किया जबकि कुलदीप यादव ने तीन विकेट लिए.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

इसके बाद 119 रनों के लक्ष्य को पाने भारत को कोई दिक्कत नहीं आई. और पहली बार भारत ने दक्षिण अफ्रीका को उसी के घर में ही नौ विकेट से हरा कर बड़ी जीत दर्ज की. पहली बार ही है कि सीरीज में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कोई टीम दो या उससे ज्यादा स्पिनर्स के साथ उतरी थी. 


सेंचुरियन में भारत की सबसे बड़ी जीत, पहली बार दक्षिण अफ्रीका को ‘घर’ में 9 विकेट से रौंदा 


सीरीज से पहले मेजबानों को एबी डिविलियर्स के चोटिल हो जाने से झटका लगा था और अब दूसरे मैच से पहले कप्तान फाफ डु प्लेसिस के सीरीज से बाहर होने के कारण वह और परेशानी में आ गई थी. उनके स्थान पर दो मैचों का अनुभव रखने वाले एडिन मार्कराम टीम की कप्तानी कर रहे थे.


पहली पारी, भारत ने जीता टॉस
भारत ने टॉस जीतकर पहले दक्षिण अफ्रीका को बल्लेबाजी करने के लिए आमंत्रित किया. दक्षिण अफ्रीका की ओर से हाशिम आमला और क्विंटन डि कॉक ने पारी की शुरुआत की. भारत के गेंदबाजों, भवनेश्वर कुमार और जसप्रीत बुमराह ने सटीक गेंदबाजी से आगाज किया और अफ्रीकी बल्लेबाजों को पहले पांच ओवर में बांध कर रखा जिसकी वजह से मेजबान टीम केवल दस रन ही बना सकी. भुवनेश्वर कुमार ने  तीन ओवर में एक मेडिन ओवर डाला और केवल सात रन ही दिए.जबकि बुमराह ने दो ओवर में एक मेडिन ओवर के साथ केवल तीन रन ही दिए. हाशिम आमला  और क्विंटन डि कॉक दोनों ही  पांच पांच रन बना कर खेल रहे थे. 


0-10 ओवर : 
पहले दस ओवर खत्म होन तक दक्षिण अफ्रीका ने एक विकेट के नुकसान पर 39 रन बना लिए थे. अफ्रीकी सलामी बल्लेबाजों ने जो पहले अपने विकेट बचाए रखते हुए शुरुआत की उसका वे फायदा उठाने की कोशिश कर ही रहे थे कि दसवें ओवर में ही भुवनेश्वर कुमार ने भारत को पहली सफलता दिलाई. उन्होंने हाशिम आमला को विकेट के पीछे एमएस धोनी के हाथों आउट कराया. आमला 32 गेंदों में चार चौकों के साथ 23 रन ही बना सके. वहीं दूसरे छोर पर डि कॉक 26 गेंदों पर 16 रन बना कर क्रीज पर थे.  उनका साथ देने कप्तान एडिन मार्करम आए.


कोहली का हौसला, धोनी का 'गुरुमंत्र' मिलते ही इस बॉलर ने अफ्रीकियों के उड़ाए होश


पांच ओवर के बाद धीमी शुरुआत होने की वजह से आमला और डि कॉक ने जल्दी ही हाथ खोलकर खेलना शुरूकर दिया. नौवें ओवर जो कि हार्दिक पांड्या का पहला ओवर था काफी महंगा साबित हुआ. जब क्विंटन डिकॉक ने रिस्क लेना शुरू किया और  दो चौके लगाए. इस ओवर में कुल नौ रन बनाए.


10-20 ओवर :
बीस ओवर तक टीम का स्कोर 73 रन तक पहुंच गया था. जिसमें डुमिनी 10 और खाये जोंडो 11 रन बना कर खेल रहे थे. भारत के स्पिनर्स ने दोनों बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा. उम्मीद के मुताबिक विकेट में काफी टर्न है जिसका फायदा भारत के स्पिनर्स ने अब तक बखूबी उठाया. चौदह ओवर तक पहले चार विकेट गिरे जिसमें कप्तान एडिन मार्करम, दोनों सलामी बल्लेबाज हाशिम आमला और क्विंटन डि कॉक के अलावा डेविड मिलर शामिल हैं. इस समय तक टीम  का स्कोर 53 रन ही था. हाशिम आमला के आउट होने के बाद क्विंटन डिकॉक ने खुल कर खेलते रहने की कोशिश की लेकिन युजवेंद्र चहल ने उन्हें 20 के निजी स्कोर पर ही हार्दिक पांड्या के हाथों आउट करवा दिया.


जानें दक्षिण विकेट को नौ विकेट से हराने के बाद विराट कोहली ने क्या कहा


इसके बाद अगले ओवर में ही कुलदीप यादव ने कप्तान एडिन मार्करम को भवनेश्वर कुमार के हाथों कैच आउट कर पवेलियन वापस भेज दिया. मार्करम केवल आठ रन ही बना सके. इसी ओवर में कुलदीप ने  डेविड मिलर को बिन खाता खुलवाए ही आजिंक्य रहाणे के हाथों कैच करा कर आउट कर दिया.

20 -30 ओवर :
तीस ओवर तक दक्षिण अफ्रीकी टीम के सात विकेट पर 117 रन ही बना सका था. कुलदीप यादव ने कगीसो रबाडा को केवल एक रन के निजी स्कोर पर एलबीडब्ल्यू आउट कर दिया. जबकि उससे पहले चहल ने जे पी डुमिनी को एलबीडब्ल्यू आउट कर दक्षिण अफ्रीका को करारा झटका दे दिया. डुमिनी 25 रन बवना कर आउट हुए.कुछ समय के लिए जे पी डुमिनी और खाये जोंडो ने विकेट को बचाते हुए पारी को आगे बढ़ाया. लेकिन भारतीय स्पिनर्स को विकेट से खासा टर्न मिलने की वजह से दोनों बल्लेबाज आसानी से बल्लेबाजी नहीं कर सके, हालांकि दोनों ने 26वे ओवर तक अपना विकेट बचाए रखा और बड़ी साझेदारी की ओर बढ़ रहे थे.



लेकिन 27 वें ओवर में टीम का स्कोर 100 से पार पहुंचाने से पहले ही खोया जोंडो चहल की गेंद पर हार्दिक पांड्या को कैच दे बैठे. जोंडो 25 रन बनाकर आउट हुए उन्होंने जे पी डुमिनी के साथ 48 रन की साझेदारी की. तब तक स्कोर केवल 99 रन ही था. इससे पहले चौदहवें ओवर तक ही पहले चार विकेट गिरने के बाद जे पी डुमिनी और खाये जोंडों ने पारी को संभाल कर खेला.


भारतीय स्पिनर्स के आगे घुटने टेके अफ्रीकी बल्लेबाजों ने 
दक्षिण अफ्रीका की पारी 32.2 ओवर में ही 118 रन पर सिमट गई. दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों ने भारतीय स्पिनर्स के आगे घुटने टेक दिए. भारत के यजुवेंद्र चहल ने पांच और कुलदीप यादव ने तीन विकेट लिए. जबकि बमराह और भुवनेश्वर कुमार को एक एक सफलता मिली. कोई भी अफ्रीकी बल्लेबाज  ज्यादा देर नहीं टिक सका. केवल जे पी डुमिनी और खोया जोंडो ने 25-25 रन बनाए और हाशिम आमला ने 23 और क्विंटन डि कॉक ने 20 रन बनाए. 


टीम इंडिया ने की अपने अंदाज में शुरुआत
पांच ओवर के बाद भारत का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 32 रन बना लिए थे.शिखर धवन 9 रन और कप्तान विराट कोहली 3 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे. पहले ओवर में ही मोर्ने मोर्केल की गेंद पर शानदार छक्का लगाते हुए रोहित शर्मा ने अपने इरादे जाहिर कर दिए. दोनों सलामी बल्लेबाजों ने ही चुन चुन कर शॉट्स लगाना शुरू कर दिए. लेकिन चौथे ओवर में ही रोहित शर्मा रबाडा की गेंद पर मोर्ने मोर्कल को कैच दे कर आउट हो गए. रोहित ने 17 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के के साथ 15 रन बनाए. दूसरे ओवर में ही कगीसो रबाडा की गेंद पर उनके खिलाफ विकेट के पीछे कैच लेने की अपील की और अंपायर ने उन्हें आउट भी दिया. लेकिन रीव्यू के दौरान थर्ड अंपायर ने पाया कि जब गेंद उनके बल्ले के पास से गुजर रही थी तभी उनका बल्ला पैड से टकराया.जिसकी आवाज की वजह से गेंद और बल्ले की आवाज रिकॉर्ड नहीं हुई और अंपायर कंक्लूजिव तौर पर रोहित शर्मा को आउट नहीं दे सके.


जीत के लिए भारत को चाहिए थे 2 रन और अंपायर्स ने किया लंच ब्रेक, सहवाग ने ट्विटर पर बनाया मजाक


चौथे ओवर में रोहित शर्मा के आउट होने के बाद कप्तान विराट कोहली और शिखर धवन ने चुंनिदा शॉट्स खेलते हुए रन बनाते रहे और दस ओवर के बाद भारत का स्कोर एक विकेट के नुकसान पर 57 रन कर दिया. इस समय तक विराट 21 गेंदों पर  17 रन और शिखर 22 गेंदों पर 21 रन बनाकर खेल रहे थे. 15 ओवर के बाद जब भारत का स्कोर 93 रन हो गया था.



तब भारत को जीत के लिए 26 रन ही चाहिए. तभी लंच का समय हो गया क्योंकि दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 33वें ओवर में ही खत्म हो गई थी. भारत के निवेदन पर खेल चार ओवर आगे बढ़ा दिया गया था. इसके बाद शिखर धवन ने अपना शानदार अर्धशतक पूरा किया जबकि कप्तान विराट कोहली ने उनके साथ खुल कर बल्लेबाजी की और 17 ओवर में ही भारत के 100 रन पूरे कर दिए.


जीत के लिए चाहिए थे दो रन और हो गया लंच
भारत की जीत से ठीक पहले रोचक वाक्या हो गया. 19वें ओवर तक जब भारत ने एक विकेट पर 117 रन बना लिए थे और उसे जीत के लिए केवल 2 ही रन चाहिए थे, लंच का समय घोषित कर दिया गया. हालाकि भारत की ओर से किसी को भी यह निर्णय पसंद नहीं आया लेकिन टीम इंडिया के पास लंच पर जाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा. मैदान पर भारतीय कप्तान काफी हैरान नजर आए लेकिन  टेस्ट सीरीज में ही एक बार अपनी आक्रमकता की सजा पा चुके कोहली मैदान से बाहर चल दिए.


लंच के बाद शिखर धवन के साथ विराट कोहली ने जीत की औपचारिकता पूरी की.