बेंगलुरू: करीब दो महीने चलने वाले इंडियन टी20 लीग (आईपीएल) को शुरू हुए अभी 15 दिन ही हुए हैं, लेकिन इतने कम वक्त में ही विराट कोहली की टीम बेंगलुरू के लिए ‘करो या मरो’ का दौर शुरू हो गया है. बेंगलुरू (Challengers Bangalore) की टीम मौजूदा सीजन (IPL-12) में अपने शुरुआती पांचों मैच हार चुकी है. अब लीग राउंड में उसके नौ मैच बाकी हैं. किसी भी टीम के लिए लीग के अंतिम-4 में जगह बनाने के लिए करीब 8 मैच जीतने जरूरी होते हैं. ऐसे में अब उसके लिए हर मैच बेहद अहम हो गया है. 

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विराट के रॉयल चैलेंजर्स का रविवार (7 अप्रैल) को शाम चार बजे से दिल्ली (Capitals) की टीम से मुकाबला होना है. दिल्ली की टीम इस सीजन में अब तक पांच में से दो मैच जीत चुकी है. इस तरह उसे तीसरी जीत की तलाश है. दूसरी ओर, अगर विराट की टीम जीती, तो यह उसकी पहली जीत होगी. कोलकाता से शुक्रवार को मिली शिकस्त के बाद अपनी उम्मीदों को बनाए रखने के लिए बेंगलुरू को अपने बचे हुए लगभग सभी मैचों को जीतना होगा. 

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बेंगलुरू ने कोलकाता के खिलाफ 205 रन बनाए थे. उसकी ओर से विराट कोहली ने 84 और एबी डिविलियर्स ने 63 रन की पारी खेली थी. लेकिन कमजोर गेंदबाजी के कारण टीम को हार का सामना करना पड़ा था. केकेआर के खिलाफ अंतिम चार ओवर में 66 रन लुटाने पर कोहली ने भी गेंदबाजों की खिंचाई की थी. ऐसे में बेंगलुरू की टीम गेंदबाजी लाइनअप में कुछ बदलाव के साथ उतर सकती है. 
 


विराट कोहली और श्रेयस अय्यर. (फोटो: PTI/IANS) 

दिल्ली के लिए मुश्किलें कम नहीं रही हैं. पहले मैच में मुंबई के खिलाफ जीत दर्ज करने के बाद टीम को तीन हार का समाना करना पड़ा. ऋषभ पंत ने मुंबई के खिलाफ 78 रन बनाए थे जबकि शिखर धवन, पृथ्वी साव, श्रेयस अय्यर और कोलिन इनग्राम लय में हैं. गेंदबाजी विभाग की अगुवाई कैसिगो रबाडा कर रहे हैं. इसमें ट्रेंट बोल्ट और इशांत शर्मा जैसे अनुभवी गेंदबाज भी शामिल हैं. युवा लेग स्पिनर संदीप लामिछाने ने भी दिल्ली के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है.