नई दिल्ली: इंडियन टी20 लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण में अब ग्रुप चरण के नौ मैच ही बचे हैं, लेकिन प्लेऑफ स्थान को लेकर तस्वीर साफ नहीं है. इसके लिए काफी जद्दोजहद हो रही है. इस साल की अंकतालिका को देखकर ऐसा लगता है कि यह 2008 के बाद से सबसे करीबी टूर्नामेंट होने वाला है. आईपीएल-12 में अब तक चेन्नई और दिल्ली की टीमें प्लेऑफ में अपना स्थान पक्का कर चुकी हैं. अब अंतिम दो प्लेऑफ स्थानों के लिए पांच टीमों में टक्कर देखने को मिल रही है. इन पांच टीमों में मुंबई, हैदराबाद, कोलकाता, पंजाब और राजस्थान की टीमें शामिल हैं. 

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दिल्ली (Delhi Capitals) और चेन्नई (Chennai Super Kings) के 12-12 मैचों से 16-16 अंक हैं. मुंबई (Mumbai Indians) अभी 12 मैचों में 14 अंकों के साथ तीसरे नंबर पर है. कोलकाता (Kolkata Knight Riders) और राजस्थान (Rajasthan Royals) अभी बैकफुट पर हैं और प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखने के लिए उन्हें बाकी बचे सभी मैच जीतने होंगे. राजस्थान को अपना अगला मुकाबला मंगलवार को बेंगलुरू के साथ खेलना है. राजस्थान की टीम चाहेगी कि वह लीग में बने रहने के लिए इस मैच को हर हाल में जीते. 


हैदराबाद (Sunrisers Hyderabad) और पंजाब (Kings XI Punjab) के पास प्लेऑफ में पहुंचने का ज्यादा मौका है. इन टीमों के बीच सोमवार को मुकाबला खेला जा रहा है. जो भी टीम जीतेगी, उसके 12 मैच से 12 अंक हो जाएंगे. ऐसे में उसकी प्लेऑफ में पहुंचने की उम्मीद बढ़ जाएगी. हालांकि, जो टीम हारेगी उसकी उम्मीदें भी बची रहेंगी. हारने वाली टीम के 12 मैचों से 10 अंक रहेंगे. यानी, अगर वह हारने के बाद अगले दो मैच जीत ले तो उसकी उम्मीदें कायम रहेंगी. 

वैसे तो टूर्नामेंट की आठवीं टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू (Royal Challengers Bangalore) अभी प्लेऑफ की रेस से बाहर नहीं है. अगर वह अपने बाकी बचे दो मैच जीत ले तो उसके 14 मैच से 12 अंक हो जाएंगे और वह प्लेऑफ की रेस में बनी रहेगी. लेकिन बेंगलुरू की प्लेऑफ की उम्मीदों में इतने अगर-मगर हैं, कि लगता नहीं कि ऐसा हो पाएगा. ऐसे में कहा जा सकता है कि तकनीकी रूप से तो वह प्लेऑफ की रेस में है, लेकिन मैदान पर इसकी संभावना नहीं दिखती.