IPL-12: मुंबई के ड्रेसिंग-रूम में लिखे थे जीत के ‘मंत्र’, जो थके-हारे खिलाड़ी को ताकत देते थे
मुंबई के टीम प्रबंधन ने फाइनल से पहले ड्रेसिंग रूम में मोटिवेशनल पोस्टर लगवाए. दोस्तों और परिवार के सदस्यों ने भी खिलाड़ियों को संदेश भेजे.
नई दिल्ली: एक पुरानी कहावत है, विजेता कोई भी अलग काम नहीं करते हैं, वह काम को अलग तरीके से करते हैं. मुंबई (Mumbai Indians) के इंडियन टी20 लीग (आईपीएल) के चौथे खिताब जीतने का मंत्र भी यही रहा. मुंबई ने रविवार को चेन्नई (Chennai Super Kings) को आखिरी गेंद तक खिंचे फाइनल में एक रन से हरा चौथी बार खिताब जीता. मुंबई की टीम ने आईपीएल (IPL-12) का खिताब चौथी बार जीता है. उसने फाइनल में तीन बार चेन्नई और एक बार पुणे की टीम को हराया है.
सूत्रों के मुताबिक, मुंबई के प्रबंधन ने फाइनल से पहले अपनी टीम के खिलाड़ियों को प्रेरित करने के लिए ड्रेसिंग रूम में मोटिवेशनल वाक्यों के पोस्टर लगवाए. सिर्फ इतना ही नहीं, दोस्तों और परिवार के सदस्यों ने भी खिलाड़ियों को प्रेरित करने वाले संदेश भेजे. सूत्र के मुताबिक, ‘ड्रेसिंग रूम में 'मुझे विश्वास है', संदेश के पोस्टर थे. यह सब फाइनल से पहले खिलाड़ियों को प्रेरित करने के लिए किया गया था. आईपीएल जैसे प्रारूप में दिन-रात खेलने से खिलाड़ी थक जाता है और ऐसे में इस तरह के संदेश तथा वाक्य उन्हें प्रेरित करते हैं.’
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सूत्र ने कहा, ‘खिलाड़ियों के दोस्तों और परिवार वालों ने भी वीडियो के माध्यम से संदेश खिलाड़ियों को भेजे. इस तरह की चीजें आपके आगे के लिए प्रेरित करती हैं और इसका परिणाम हमारे सामने है.’ रोचक बात यह है कि वेस्टइंडीज के चोटिल तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ बीच में ही सीजन छोड़ कर चले गए थे. वह फाइनल के लिए फिर भारत आए. टीम प्रबंधन चाहता था कि यह युवा इस फाइनल के पल का हिस्सा बने. टीम के सीनियर खिलाड़ी युवराज सिंह ने भी इसके लिए अल्जारी को धन्यवाद दिया.
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सूत्र ने कहा, ‘युवी पाजी ने अल्जारी के पास जाकर उनसे बात की और हैदराबाद आने के लिए उन्हें शुक्रिया कहा. यही वह मैदान है जहां उन्होंने इसी सीजन में 12 रन देकर छह विकेट लिए थे.’ सर्वश्रेष्ठ चीज हालांकि टीम के मुख्य कोच महेला जयवर्धने ने मैच के बाद के लिए बचा कर रखी थी.
कोच महेला जयवर्धने ने जीतने के बाद ड्रेसिंग रूम में कहा कि मैच को आखिरी गेंद तक ले जाकर कोचिंग स्टाफ को हार्ट अटैक नहीं दिया करो. महेला ने कहा, ‘हम जल्दी मरना नहीं चाहते. ऐसा दोबारा मत करना क्योंकि हमारे लिए इस तरह के करीबी मामले देखना बहुत मुश्किल होता है. अच्छा होगा कि अगली बार आप जल्दी और अच्छे से मैच खत्म करें.’