Pakistan Cricket: पाकिस्तान क्रिकेट में इस्तीफे और संन्यास का दौर चल रहा है. टेस्ट टीम के कोच जेसन गिलेस्पी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उनके बाद तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर, मोहम्मद इरफान और ऑलराउंडर इमाद वसीम ने संन्यास ले लिया. इस्तीफे के कुछ दिनों बाद अब गिलेस्पी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) पर करारा हमला किया. उन्होंने दावा किया है कि टिम नीलसन को हटाने का फैसला तब लिया गया जब उन्होंने टीम के रेड-बॉल कोच की भूमिका से इस्तीफा देने का फैसला किया.


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कर्स्टन ने भी दिया था इस्तीफा


गिलेस्पी इस साल अप्रैल में टेस्ट टीम के कोच बने थे. उनके साथ गैरी कर्स्टन भी थे. वह वनडे-टी20 में पासकिस्तान के कोच बने थे. कर्स्टन के इस्तीफे के बाद गिलेस्पी ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए व्हाइट-बॉल कोच के रूप में अंतरिम भूमिका निभाई. पाकिस्तान की टीम ऑस्ट्रेलिया में वनडे सीरीज जीती थी. वह साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज के दौरान भी कोचिंग देने वाले थे, लेकिन उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.


साउथ अफ्रीका जाने से पहले गिलेस्पी का इस्तीफा


गिलेस्पी ने अपने वरिष्ठ सहायक नीलसन की बर्खास्तगी के बाद साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज से पहले अपना इस्तीफा सौंप दिया. एबीसी रेडियो के साथ एक इंटरव्यू में गिलेस्पी ने कहा कि नीलसन की बर्खास्तगी ने उन्हें मजबूर कर दिया. पूर्व तेज गेंदबाज ने निर्णय के बारे में बातचीत की कमी के लिए पीसीबी की भी आलोचना की और अंत में उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया.


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गिलेस्पी ने बताया कारण


गिलेस्पी ने कहा, ''मुझे लगता है कि सबसे बड़ी समस्या यह थी कि एक मुख्य कोच के रूप में आप अपने बोर्ड से बातचीत रखना पसंद करते हैं. मैं हाई परफॉरमेंस कोच/वरिष्ठ सहायक कोच टिम नीलसन को नहीं रखने के निर्णय से पूरी तरह से अचंभित था. इस बारे में मुझे किसी से कोई भी बातचीत नहीं मिला. पिछले कुछ महीनों में हुई कई अन्य चीजों के बाद शायद यही वह क्षण था जब मैंने सोचा कि मुझे यह काम करना है या नहीं.''


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काम करना मुश्किल हो गया: गिलेस्पी


चयनकर्ता के पद से हटाए जाने के बाद गिलेस्पी को लगा कि उनकी भूमिका केवल मैच के रणनीतिकार तक सीमित रह गई है. पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा कि वह खेल से कम से कम एक दिन पहले हितधारकों के साथ स्पष्ट संवाद चाहते थे ताकि टीम के बारे में पता चल सके. गिलेस्पी ने कहा, ''इस तरह की चीजें काफी कठिन साबित हुईं और इससे मेरा काम प्रभावी ढंग से करना और भी मुश्किल हो गया. फिर खबर आई कि बोर्ड ने टिम को साउथ अफ्रीका की यात्रा न करने का फैसला किया, मैंने सुना है कि यह किसी की सिफारिश पर था, जिससे मुझे लगा कि मेरा काम अस्थिर हो गया है.''