भारत का पांच टेस्ट मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी सीरीज में जबरदस्त आगाज हुआ है. टीम ने पर्थ में हुए पहले टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में खेलते हुए 295 रनों की बड़ी जीत दर्ज की और सीरीज में 1-0 की बढ़त भी हासिल की. जसप्रीत बुमराह का इस जीत में बतौर कप्तान और खिलाड़ी सबसे बड़ा रोल रहा, जो नियमित कप्तान रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में टीम की कमान संभाल रहे थे. उनके प्रदर्शन से प्रभावित होकर स्टार ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्लेन मैक्सवेल ने जमकर तारीफ की.


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कंगारुओं का काल बने बुमराह


केवल दूसरी बार भारतीय टेस्ट टीम की कमान संभालते हुए बुमराह ने पहले टेस्ट मैच में आठ विकेट लेने के बाद प्लेयर ऑफ द मैच (POTM) जीता. पहली पारी में बुमराह ने उस्मान ख्वाजा, नाथन मैकस्वीनी, स्टीव स्मिथ, एलेक्स कैरी और पैट कमिंस के विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया के टॉप ऑर्डर को तहस-नहस करते हुए पांच विकेट लिए. वहीं, दूसरी पारी में मैकस्वीनी, मार्नस लाबुशेन और ट्रैविस हेड को आउट कर भारत की जीत में बड़ी भूमिका निभाई. अब ग्लेन मैक्सवेल ने बुमराह की सराहना करते हुए कहा कि वह सर्वकालिक सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज के रूप में जाने जाएंगे.


'उनके खिलाफ खेलना मुश्किल'


मैक्सवेल ने कहा, 'भारत के पास दो वास्तविक जेनरेशनल टैलेंट हैं, ये तो हैं बुमराह और जायसवाल.' उन्होंने आगे कहा, 'मैंने पहले भी कहा है कि बुमराह संभावित रूप से सभी समय के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज के रूप में जाने जाएंगे. शायद हर फॉर्मेट में उनके द्वारा लिए गए विकेटों की संख्या को देखते हुए ऐसा नहीं है, लेकिन जिन लोगों ने उनके खिलाफ खेला है. उनके खिलाफ बहुत मुश्किल है.'


बेहद शानदार हैं आंकड़े


मैक्सवेल ने एक पॉडकास्ट में कहा, 'उनके पास ऐसा अनोखा एक्शन. गेंद को घुमाने और आपको दौड़ाने की अनोखी क्षमता है. वह आपको बाहरी किनारे, अंदरूनी किनारे से आउट सकते हैं. उनके पास अच्छी स्लो बॉल भी है. वह एक संपूर्ण पैकेज की तरह लगते हैं.' बुमराह का टेस्ट क्रिकेट में 41 मैचों में 181 विकेट के साथ अविश्वसनीय रिकॉर्ड है. उनका 20.06 का औसत टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 150 से अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज के लिए दूसरा सर्वश्रेष्ठ है.