'जो क्रिकेट को इज्जत नहीं...', गंभीर को इस पाकिस्तानी ने दी नसीहत, दिया चौंकाने वाला बयान
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'जो क्रिकेट को इज्जत नहीं...', गंभीर को इस पाकिस्तानी ने दी नसीहत, दिया चौंकाने वाला बयान

Gautam Gambhir Indian Cricket Team: गौतम गंभीर भारत के मुख्य कोच के रूप में एक साल पूरा करने से पहले ही सवालों के घेरे में हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज में हार के बाद टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवा बैठी.

'जो क्रिकेट को इज्जत नहीं...', गंभीर को इस पाकिस्तानी ने दी नसीहत, दिया चौंकाने वाला बयान

Gautam Gambhir Indian Cricket Team: गौतम गंभीर भारत के मुख्य कोच के रूप में एक साल पूरा करने से पहले ही सवालों के घेरे में हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर टेस्ट सीरीज में हार के बाद टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवा बैठी. इसके बाद गंभीर की कोचिंग स्टाइल पर सवाल उठ रहे हैं. उन्हें लेकर क्रिकेट एक्सपर्ट, आलोचक और पूर्व क्रिकेटर लगातार बयान दे रहे हैं. इस लिस्ट में पाकिस्तान के एक पूर्व क्रिकेटर भी शामिल हो गए हैं.

गंभीर को मिली सलाह

पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज बासित अली का मानना ​​है कि गंभीर को सुपरस्टार संस्कृति को खत्म करके पाकिस्तान के मौजूदा कोच आकिब जावेद के फॉर्मूले को अपनाना चाहिए. बासित ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ''गौतम गंभीर के लिए आकिब जावेद के फॉर्मूले को अपनाने का यह सबसे अच्छा समय है- क्रिकेट को इज्जत दो, जो क्रिकेट को इज्जत नहीं देगा, टा-टा बाय बाय- यही मैसेज होना चाहिए.''

आकिब जावेद ने क्या किया?

पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चयन पैनल के सदस्य आकिब को हाल ही में टीम का मुख्य कोच भी नियुक्त किया गया है. आकिब से पहले दक्षिण अफ्रीका के गैरी कर्स्टन और ऑस्ट्रेलिया के जेसन गिलेस्पी क्रमशः पाकिस्तान की व्हाइट-बॉल और रेड-बॉल टीमों के मुख्य कोच थे. दोनों कुछ समय बाद अपने पद से हटा दिए गए. आकिब ने पाकिस्तान टीम में सुपरस्टार संस्कृति को खत्म कर दिया. उन्होंने बाबर आजम, शाहीन अफरीदी और नसीम शाह जैसे स्टार को बाहर बिठाने का कड़ा फैसला किया था. 

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सिडनी टेस्ट के बाद गंभीर ने क्या कहा था?

गंभीर ने भी सिडनी में मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इसी तरह की बात कही थी. उन्होंने कहा कि हर खिलाड़ी के साथ समान व्यवहार करना उनकी जिम्मेदारी है- चाहे वह डेब्यू करने वाला हो या कोई ऐसा व्यक्ति जिसने 100 टेस्ट खेले हों. गंभीर ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि हर खिलाड़ी को अपने करियर के किस चरण में होना चाहिए, यह पता होता है.

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यह देश की टीम है: गंभीर

गंभीर ने कहा था, ''हर व्यक्ति जानता है कि उसका खेल और उसकी भूख किस चरण में है. किसी भी खेल, किसी भी पेशे के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण बात है - आप कितने भूखे हैं, आप कितने भावुक हैं और क्या टीम आपके योगदान से आगे बढ़ रही है या नहीं? क्योंकि आखिरकार यह मेरी टीम या आपकी टीम नहीं है, यह देश की टीम है. जैसा कि मैंने पहले भी कहा है, हमारे ड्रेसिंग रूम में ईमानदार खिलाड़ी हैं जो जानते हैं कि वे कितने भूखे हैं और क्या भारतीय टीम उनके योगदान से आगे बढ़ सकती है. लेकिन जहां तक ​​मेरा सवाल है, मेरी सबसे बड़ी जिम्मेदारी यह है कि मुझे उस कमरे में मौजूद सभी लोगों के साथ निष्पक्ष रहना है, न कि एक या दो व्यक्तियों के साथ.''

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