नई दिल्ली: महेंद्र सिंह धोनी मौजूदा समय के सबसे लोकप्रिय क्रिकेटर हैं. वे देश के अकेले कप्तान हैं, जिन्होंने दो विश्व कप जिताए हैं. वे आईपीएल में भी अपनी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स (Chennai Super Kings) को तीन खिताब जिता चुके हैं. इन उपलब्धियों के बावजूद उनके करियर का एक स्याह पहलू यह है कि आईपीएल में उनकी टीम चेन्नई सुपरकिंग्स को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में दो साल के लिए प्रतिबंधित किया गया था. स्पॉट फिक्सिंग या मैच फिक्सिंग जैसे मुद्दे पर अक्सर चुप रहने वाले एमएस धोनी ने पहली बार इस विषय पर मुंह खोला है. 

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भारत के पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने जल्द ही रिलीज होने वाली डाक्यूमेंट्री ‘रोर ऑफ द लायन’ में कहा कि उनके लिए सबसे बड़ा अपराध हत्या करना नहीं, बल्कि मैच फिक्सिंग करना होगा. डाक्यूमेंट्री के 45 सेकंड के ट्रेलर में धोनी ने कहा, ‘टीम इसमें (मैच फिक्सिंग) में शामिल थी, मुझ पर भी आरोप लगा था. यह हम सभी के लिए कठिन दौर था. वापसी करना भावुक क्षण था और मैंने हमेशा ही कहा है, जिस चीज से आपकी मौत नहीं होती, वो आपको मजबूत बनाती है.’

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यह डाक्यूमेंट्री 20 मार्च से हाटस्टार पर दिखायी जाएगी. धोनी ने 2018 में चेन्नई फ्रेंचाइजी की अगुवाई करते हुए तीसरा आईपीएल खिताब दिलाया और टूर्नामेंट में स्वप्निल वापसी की. टीम पर 2013 स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में इसके प्रबंधन की भूमिका के लिए दो साल का प्रतिबंध लगा था. चेन्नई सुपरकिंग्स के अलावा राजस्थान रॉयल्स को भी ऐसे ही आरोप में दो साल के लिए बैन किया गया था. 




37 साल के एमएस धोनी 15 साल के करियर में 341 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी20 मैच खेल चुके हैं. वे दुनिया के एकमात्र विकेटकीपर कप्तान हैं, जिन्हें अपनी टीम को विश्वकप जिताने का श्रेय हासिल है. धोनी ने 2015 में विश्व कप से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था. वे अब सिर्फ वनडे और टी20 क्रिकेट ही खेलते हैं. माना जा रहा है कि 30 मई से इंग्लैंड में होने वाला विश्व कप उनका आखिरी विश्व कप भी हो सकता है.


(भाषा)