क्रिकेट के खेल में खिलाड़ी इंटरनेशनल लेवल तक खेलने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगाते हैं. कुछ प्लेयर्स की किस्मत चमक जाती है और मौका मिल जाता है. लेकिन कुछ की मेहनत बेकार चली जाती है. हम बात करने जा रहे हैं ऐसे बदनसीब क्रिकेटर की जिसे मौका मिला और डेब्यू ही बुरा सपना साबित हुआ. प्लेयर को किस्मत की ऐसी मार पड़ी की एक ही मैच बाद उसका करियर खत्म हो गया. हैरानी की बात ये है कि इस खिलाड़ी की किस्मत की सजा डॉन ब्रैडमैन को भी मिली. 


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अफ्रीका के खिलाफ किया डेब्यू


1932 में तेज गेंदबाज पुड थुरलो ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना डेब्यू किया. मैच में बड़ी उम्मीदों से उतरे, लेकिन बिलकुल फिसड्डी साबित हुए. पुड थुरलो ने दोनों पारियो में खूब रन खर्च किए लेकिन एक भी विकेट हासिल नहीं कर सके. लेकिन किस्मत ने असली सजा बैटिंग में दी जब 14 गेंद खेलने पर भी वह डॉन ब्रैडमैन को स्ट्राइक देने में कामयाब नहीं हुए.


ट्रिपल सेंचुरी से चूक गए थे ब्रैडमैन


क्रिकेट के 'डॉन' कहे जाने वाले ब्रैडमैन ने अफ्रीका के खिलाफ एडिलेड में अकेले पूरी टीम को संभाल रखा था. एक छोर से गुच्छों में विकेट गिर रहे थे तो दूसरी तरफ ब्रैडमैन ने खूंटा गाड़ रखा था. रोमांच का तीसरा डोज तब लगा जब ब्रैडमैन दूसरी ओर 299 के स्कोर पर खड़े थे और एक सिंगल रन की तलाश कर रहे थे. ऑस्ट्रेलिया के पास महज एक विकेट बचा था और पुड थुरलो के पास स्ट्राइक. लेकिन बदकिस्मती से पुड थुरलो ने 13 गेंदो में एक भी रन नहीं लिया और जब 14वीं गेंद पर ब्रैडमैन को स्ट्राइक देने के लिए दौड़े तो रन आउट हो गए. 


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खत्म हो गया करियर


पुड थुरलो के लिए उनका टेस्ट डेब्यू नाइटमेयर साबित हुआ. इस मुकाबले के बाद उन्हें दोबारा ऑस्ट्रेलियाई टीम में मौका नहीं मिला. हालांकि, घरेलू स्तर पर थुरलो ने लंबे समय तक क्रिकेट खेला. वहीं, ब्रैडमैन पहले ऐसे बल्लेबाज रहे जो ट्रिपल सेंचुरी के करीब नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए.