टेस्ट क्रिकेट में ‘खराब रोशनी’ के नियम से निराश हैं नासिर हुसैन, ICC को दी ये सलाह
‘खराब रोशनी’ के नियम की अकसर आलोचना होती है क्योंकि साउथैम्पटन टेस्ट से पहले भी कई अन्य टेस्ट मैचों में इस नियम की वजह से रुकावट आई थी.
साउथैम्पटन: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) खराब रोशनी से संबंधित अपने नियमों में बदलाव करे जिसकी वजह से इतने सालों से टेस्ट मैच प्रभावित हुए हैं. 8 जुलाई को अधिकारियों ने इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच पहले टेस्ट के शुरूआती दिन के खेल को महज 17.4 ओवर खेलने के बाद खराब रोशनी और बारिश के कारण रद्द कर दिया.
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आईसीसी इसका फैसला पूरी तरह से अंपायरों पर छोड़ती है जो मिलकर फैसला करते हैं कि खराब रोशनी खेलने के लिये खतरनाक होगी या फिर इसमें खेलना अनुचित होगा. इंग्लैंड के लिए 96 टेस्ट में 5764 रन बना चुके हुसैन को लगता है कि भले ही रोशनी थोड़ी खराब हो लेकिन शायद अंपायर खिलाड़ियों को लंबे समय तक खेलने के लिए रख सकते हैं.
हुसैन ने स्काई स्पोर्ट्स क्रिकेट पर कहा, ‘ये एक ऐसी चीज है जिसकी आपको कोशिश करनी होगी और इस खेल में नए व्यक्ति को समझानी होगी. आप इतना सारा धन लाइट में खर्च करते हो, लाइट को चलाइए. इस मौके पर उन्होंने बारिश की वजह से ऐसा किया. ये ऐसी चीज है जिसे मैं चाहूंगा कि आईसीसी इसमें बदलाव करे.’
उन्होंने कहा, ‘वो भले ही कह सकते हैं कि ‘आप संन्यास ले चुके हो’ और आंकड़ों की बात करते हो, लेकिन देखिए, लाइट अभी जली हुई हैं. अगर अभी बारिश नहीं हो रही तो शायद खिलाड़ी इस चीज को समझ सकते हैं कि खेल को खुद को बेचते रहना चाहिए और अगर आप रूक सकते हो तो रूके रहिए.’ खराब रोशनी के नियमों की पहले भी आलोचना हो चुकी है.
पिछले साल जनवरी में एससीजी पर भारत और आस्ट्रेलिया के बीच मैच के दौरान अंपायरों ने खराब रोशनी के कारण चौथे दिन का खेल रोक दिया था तब भी इन नियमों पर सवाल उठाये गए थे. एशेज 2013 में 227 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड को 24 गेंद में 21 रन की जरूरत थी और उसके5 विकेट बाकी थे लेकिन अंपायरों ने खराब रोशनी के कारण मैच रोक दिया था.
(इनपुट-भाषा)