नई दिल्ली: पाकिस्तानी क्रिकेट टीम ने श्रीलंका के खिलाफ कराची में वो कारनामा कर दिखाया है, जो 142 साल के टेस्ट इतिहास में भारत के अलावा कोई और नहीं कर सका था. श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में पाकिस्तान के टॉप-4 बल्लेबाजों ने शतक जमा दिया है. उसके लिए आबिद अली (174), शान मसूद (135), अजहर अली (118) और बाबर आजम (100*) ने शतकीय पारियां खेलीं. पाकिस्तान ने इन चारों की बदौलत अपनी दूसरी पारी तीन विकेट पर 555 रन बनाकर घोषित कर दी. 

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पाकिस्तान की टीम अपनी पहली पारी में 191 रन पर ढेर हो गई थी. श्रीलंका ने अपनी पहली पारी में 271 रन बनाए थे. इस तरह उसने श्रीलंका पर 80 रन की बढ़त ली थी. लेकिन पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में खेल बराबर कर दिया. उन्होंने शतक लगाकर ना सिर्फ अपनी टीम को जीत के करीब पहुंचाया, बल्कि भारत के उस रिकॉर्ड की भी बराबरी कर ली, जो कोई और नहीं कर सका था. 

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यह टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सिर्फ दूसरा मौका है, जब किसी टेस्ट किसी टीम के पहले चार बल्लेबाजों ने शतक लगाए हैं. इससे पहले सिर्फ एक बार ऐसा वाक्या हुआ है. साल 2007 में भारत के टॉप-4 बल्लेबाजों ने बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर टेस्ट मैच में शतक बनाए थे. उस मैच में ओपनर वसीम जाफर ने 138 और दिनेश कार्तिक ने 129 रन बनाए थे. कप्तान राहुल द्रविड़ ने भी 129 और सचिन तेंदुलकर ने 122 रन की पारी खेली थी. भारत ने मैच में तीन विकेट पर 610 रन बनाकर पारी घोषित की थी. उसने पारी व 239 रन से मैच जीता था. 


कराची टेस्ट मैच में भी पाकिस्तान की जीत तय लग रही है. पाकिस्तान ने श्रीलंका को जीत के लिए 476 रन का लक्ष्य दिया है. मैच में अभी दो दिन बाकी हैं. श्रीलंका की टीम इसके जवाब में 97 रन पर पांच विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही थी. पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच खेला गया पहला टेस्ट मैच ड्रॉ रहा था. दोनों टीमें आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत दो मैचों की सीरीज खेल रही हैं. यह 2010 के बाद पहला मौका है, जब कोई टीम पाकिस्तान में टेस्ट मैच खेल रही है.