नई दिल्ली: पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) जब अपनी लय में होते थे तो दुनिया के दिग्गज गेंदबाज भी उनसे थर्राते थे. लेकिन हकीकत यह भी है कि यह बल्लेबाज जब भी भारत के खिलाफ उतरता था तो थर-थर कांपता था. यह दावा किसी और ने नहीं, बल्कि खुद अफरीदी ने किया है. इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने अपनी आत्मकथा 'गेम चेंजर' (Game Changer) में इस यादगार किस्से का खुलासा किया है. यह किताब हाल ही में लॉन्च हुई है, जिसने कई विवादों को भी जन्म दे दिया है.


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अपनी आत्मकथा ‘गेम चेंजर’ में एक और बड़ा खुलासा करते हुए अफरीदी ने कहा, ''मुझे यह सब स्पष्ट रूप से याद है कि जब हम चेन्नई में भारत के खिलाफ खेलने गए थे तो मैं बल्लेबाज सईद अनवर के साथ मैदान पर ओपनिंग करने उतरा, जहां भीड़ जोर-जोर से चिल्ला रही थी. मैंने पहली बार इतना शोर सुना था. उस दौरान मुझे ऐसा महसूस हो रहा था जैसे धरती हिल रही हो. मैं कसम खाकर कहता हूं कि मुझे लग रहा था जैसे मेरे हाथ में बल्ला ही न हो.''


मैं डर गया था
पूर्व क्रिकेटर अफरीदी ने आगे बताया, ''मैं ठीक तरीके से गेंदबाज को भी नहीं देख पा रहा था. ईमानदारी से बताऊं तो मैं डर गया था और पहली गेंद आई जिस मैं ऑफ साइड की ओर पास कर पाया था. मैं महज 9 मिनट क्रीज पर रुका और 6 गेंद में पांच रन ही बना पाया. जल्द ही आउट हो जाना मेरे लिए कोई चौंकाने वाली बात नहीं थी. (गेंदबाज अभय कुरविला की गेंद पर सौरव गांगुली ने अफरीदी का कैच लिया) मुझे याद है कि उस दौरान मेरा सिर और दिल थर-थर कांप रहा था. मेरा सिर इसलिए क्योंकि बहुत गर्मी थी और दिल इसलिए कि वहां दर्शकों ने तेज शोर मचाया हुआ था. वह दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्विता का सच्चा शोर था.''


पहले मैच में मिली निराशा
शाहिद अफरीदी ने अपनी आत्मकथा में बताया, ''भारत के खिलाफ अपने पहले मुकाबले में मैं खुद को किसी और से ज्यादा निराश मान रहा था, क्योंकि मैं महज 5 रन बनाकर आउट हो गया था. वहीं मैच की दूसरी पारी यानी गेंदबाजी के दौरान भी आकिब जावेद की गेंद पर मैं भारतीय खिलाड़ी राहुल द्रविड़ का ही कैच पकड़ पाया था.''


कब हुआ मैच
पेप्सी इंडेपेंडेंस कप का यह वही मैच है जो 21 मई 1997 को चेन्नई में खेला गया था. इस मुकाबले में पाकिस्तानी बल्लेबाज सईद अनवर ने 194 रनों की यादगार पारी खेली थी. भारत को 35 रन से हार का सामना करना पड़ा था.


गंभीर ने कहा- अफरीदी को मनोचिकित्सक के पास ले जाऊंगा
शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi)  ने हाल में अपनी आत्मकथा में गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के बारे में भी नकारात्मक बातें लिखी हैं. अफरीदी ने अपनी आत्मकथा ‘गेम चेंजर’ में व्यांग्यत्मक रूप में गंभीर के बारे में लिखा कि वह ‘इस तरह का व्यवहार करते हैं जैसे वह डॉन ब्रैडमैन और जेम्स बांड दोनों की काबिलियत’ रखने वाला है और उसका रवैया भी अच्छा नहीं है और न ही उसके कोई महान रिकार्ड है.


इसका जवाब देते हुए उन्होंने खुद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान को ‘मनोचिकित्सक’ (Psychiatrist) के पास ले जाने की पेशकश की. पूर्व भारतीय क्रिकेटर गंभीर ने अफरीदी को टैग करते हुए अपने अधिकारिक ट्विटर पर इसका जवाब देते हुए लिखा, ‘‘...तुम मजाकिया व्यक्ति हो!! कोई नहीं, हम अब भी पाकिस्तानी लोगों को चिकित्सा के लिये वीजा दे रहे हैं. मैं खुद तुम्हें मनोचिकित्सक के पास लेकर जाऊंगा.’’