पाकिस्तानी दिग्गज ने कहा- हमारे देश के किसी खिलाड़ी में इतना माद्दा नहीं कि वो भारत के लिए खेल सके
India vs Pakistan: जब भी भारत-पाकिस्तान के रोमांचक मुकाबलों का जिक्र होता है तो जावेद मियादाद का वो छक्का जरूर याद आता है, जो उन्होंने चेतन शर्मा की आखिरी गेंद पर लगाया था.
नई दिल्ली: क्रिकेट में सबसे बड़ा मुकाबला भारत-पाकिस्तान (India vs Pakistan) का माना जाता है. जब भी इन दो देशों के रोमांचक मुकाबलों का जिक्र होता है तो जावेद मियादाद (Javed Miandad) का वो छक्का जरूर याद आता है, जो उन्होंने चेतन शर्मा की आखिरी गेंद पर लगाया था. कभी जावेद मियादाद भारतीय गेंदबाजों के खिलाफ खौफ की तरह होते थे. वे अपनी टीम को अकेले ही मैच जिता देते थे. अब पाकिस्तान (Pakistan) में ऐसा कोई बल्लेबाज नहीं, जिसमें यह माद्दा हो. जावेद मियादाद को तो यह भी लगता है कि अब पाकिस्तान में एक भी ऐसा क्रिकेटर नहीं है, जो भारत (India) की टीम में जगह बनाने का माद्दा रखता हो.
जावेद मियादाद, पाकिस्तान के बेहद सफल क्रिकेटर और माफिया दाऊद इब्राहिम के समधी हैं. वे जब तक खेले, तब तक भारत के खिलाफ अंगद की तरह बार-बार डटते रहे. जब संन्यास लिया, तब से उनका यह भारत विरोध बयानों में दिखता रहा. लेकिन इस बार उन्होंने कुछ ऐसा बयान दिया है, जो भारतीयों की बजाय पाकिस्तानियों को बुरा लग रहा है.
जावेद मियादाद ने पाकिस्तानी क्रिकेटरों और क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की कड़ी आलोचना की. उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि पाकिस्तान में एक खिलाड़ी एक बार अच्छा प्रदर्शन कर सालों खेल लेते हैं. जबकि, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, भारत में ऐसा नहीं है.
मियादाद ने कहा कि पाकिस्तान में एक भी बल्लेबाज ऐसा नहीं है कि जो टीम इंडिया (Team India) में जगह बना सके. भारत में खिलाड़ी 70, 80, 90 रन बनाते हैं, शतक बनाते हैं. वे ऐसा बार-बार करते हैं. लेकिन पाकिस्तानी खिलाड़ी एक अच्छी पारी खेलकर टीम में जगह बना लेते हैं.
जावेद मियादाद ने अपने देश के क्रिकेटरों को अखबार पढ़ने की सलाह भी दी. उन्होंने कहा कि जब बुरा प्रदर्शन चल रहा हो तो अखबार जरूर पढ़ना चाहिए. इससे पता चलता है कि दुनिया क्या सोचती है. ऐसी प्रतिक्रियाओं को पॉजिटिव ढंग से लेना चाहिए. इससे प्रदर्शन सुधारने में मदद मिलती है.