पोचेफस्ट्रम (दक्षिण अफ्रीका): बांग्लादेश ने यहां सेनवेस पार्क मैदान पर खेले गए आईसीसी अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में रविवार को मौजूदा चैंपियन भारत को डकवर्थ लुइस नियम के तहत तीन विकेट से हराकर पहली बार खिताब पर कब्जा कर लिया. बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए चार बार की चैंपियन भारतीय टीम को 47.2 ओवर में 177 रन पर ऑलआउट कर दिया. फिर 23 गेंद शेष रहते डकवर्थ लुइस नियम के तहत सात विकेट खोकर लक्ष्य हासिल कर लिया. 


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बांग्लादेश किसी भी स्तर पर पहली बार आईसीसी विश्व कप जीतने में कामयाब रहा है. वहीं, भारत का रिकॉर्ड पांचवीं बार चैंपियन बनने का सपना टूट गया. भारत ने इससे पहले 2000, 2008, 2012 और 2018 में यह खिताब अपने नाम किया था. भारत को तीसरी बार उपविजेता से संतोष करना पड़ा है. इससे पहले उसे 2006 और 2016 में फाइनल में हारकर उपविजेता से संतोष करना पड़ा था. 


मैच के बाद, भारतीय कप्तान प्रियम गर्ग ने हार का ठीकरा किस्मत पर फोड़ा. उन्होंने कहा, "आज हमारा दिन नहीं था. लड़कों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन नतीजा हमारे हक में नहीं रहा. जिस तरह से हमने संघर्ष किया, उससे खुश हूं. गेंदबाजों ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया." 


गर्ग ने कहा, "टॉस मायने नहीं रखता, पूरा खेल विकेट का था. बांग्लादेश के गेंदबाजों ने अपनी टीम अच्छी शुरुआत दिलाई. हमारे बल्लेबाजे बढ़िया खेले लेकिन हमें कुछ और रन बनाने चाहिए थे. 215-220 रन बढ़िया स्कोर होता. 178 रन अच्छा स्कोर नहीं था. हमारे गेंदबाजों ने अच्छा आक्रमण किया लेकिन बांग्लादेश ने उतनी ही शानदार बल्लेबाजी की. मैं अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से खुश हूं. दक्षिण अफ्रीका में खेलना बहुत शानदार अनुभव रहा. विश्वकप से पहले, हमने यहां एक सीरीज खेली, वह भी शानदार रही."