सचिन तेंदुलकर के इस शर्मनाक रिकॉर्ड से 3 कदम दूर ऋषभ पंत, कहीं 38 मैच में ही करियर पर न लग जाए धब्बा
सचिन तेंदुलकर, वो नाम जो रिकॉर्डबुक खोलते ही अक्सर टॉप पर नजर आता है. करियर इतना लंबा रहा कि शर्मनाक रिकॉर्ड्स के मामले में भी सचिन ज्यादा पीछे नहीं रहे. इनमें से एक सबसे ज्यादा नर्वस नाइंटीज का रिकॉर्ड भी शामिल है जिसमें सचिन टॉप-3 में नजर आते हैं. लेकिन आपको हैरानी तब होगी जब इस रिकॉर्डलिस्ट में ऋषभ पंत का नाम नजर आएगा.
Shameful Cricket Records: सचिन तेंदुलकर, वो नाम जो रिकॉर्डबुक खोलते ही अक्सर टॉप पर नजर आता है. करियर इतना लंबा रहा कि शर्मनाक रिकॉर्ड्स के मामले में भी सचिन ज्यादा पीछे नहीं रहे. इनमें से एक सबसे ज्यादा नर्वस नाइंटीज का रिकॉर्ड भी शामिल है जिसमें सचिन टॉप-3 में नजर आते हैं. लेकिन आपको हैरानी तब होगी जब इस रिकॉर्डलिस्ट में ऋषभ पंत का नाम नजर आएगा. शायद ही किसी को अंदाजा हो कि पंत अपने शानदार करियर में एक शर्मनाक रिकॉर्ड के दाग की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं.
टॉप पर स्टीव वॉ
क्रिकेट प्रेमी इस बात से वाकिफ होंगे कि बल्लेबाजों के लिए नर्वस नाइंटीज और रन आउट होना किसी अभिशाप से कम नहीं है. नर्वस नाइंटीज का मतलब शतक की दहलीज पर (90 से 99) आकर आउट हो जाना होता है. करियर में सबसे ज्यादा नर्वस नाइंटीज का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज स्टीव वॉ के नाम है. वॉ अपने 168 टेस्ट के करियर में 10 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए थे.
टॉप-3 में सचिन द्रविड़
'क्रिकेट के भगवान' सचिन तेंदुलकर और दिग्गज राहुल द्रविड़ इस लिस्ट में स्टीव वॉ के बराबर ही हैं. अंतर इतना है कि द्रविड़ 164 टेस्ट में 10 बार जबकि सचिन 200 टेस्ट में 10 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हुए हैं. लेकिन ऋषभ पंत के आंकड़े दंग कर देने वाले हैं. महज 38 टेस्ट खेले पंत का नाम इस लिस्ट में 8वें नंबर पर देखने को मिलता है. वह अभी तक 7 बार नर्वस नाइंटीज का शिकार हो चुके हैं.
शानदार रहा पंत का करियर
ऋषभ पंत ने टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की कर रखी है. देश-विदेश में उनका विरोधी टीमों में खासा खौफ है. लेकिन ये नर्वस नाइंटीज होने की बीमारी पंत का पीछा छोड़ने का नाम नहीं ले रही है. ज्यादा पीछे न जाएं तो पंत हाल ही में बांग्लादेश के खिलाफ 93 रन पर अपना विकेट दे बैठे थे. पंत के करियर में अभी तक 6 शतक दर्ज हैं, लेकिन बदकिस्मती से वह एक या दो बार नहीं बल्कि 7 बार अपने शतक से चूक गए थे.