क्या रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाने का समय आ गया है? ये सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि लंबे समय से उनके बल्ले से टेस्ट मैचों में रन नहीं आए हैं. हालांकि, उनकी कप्तानी पर तुरंत किसी प्रकार का खतरा नहीं है लेकिन वो आगामी वेस्टइंडीज टेस्ट सीरीज में शानदार प्रदर्शन नहीं करते हैं तो उन्हें खुद या फिर बोर्ड को किसी नतीजे पर पहुंचना पड़ सकता है.


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रोहित शर्मा वेस्टइंडीज में दो टेस्ट मैचों की सीरीज में टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे और उम्मीद है कि इसके बाद वो बीसीसीआई के साथ बैठकर टेस्ट फॉर्मेंट में अपने भविष्य को लेकर चर्चा करेंगे. न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, टीम इंडिया में इस मामले की जानकारी रखने वालों की माने तो रोहित अगर वेस्टइंडीज के खिलाफ 12 जुलाई से होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज में कप्तानी से स्वयं हटने का फैसला नहीं करते हैं तो वह टीम की कप्तानी जारी रखेंगे.


अगर वो दोनों टेस्ट में से किसी में भी बड़ी पारी खेलने में सफल नहीं होते तो बीसीसीआई के अधिकारियों और चयन समिति कोई कड़ा फैसला ले सकती है. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘ये निराधार बातें हैं कि रोहित को कप्तानी से हटा दिया जाएगा. हां, क्या वह पूरे दो साल के डब्ल्यूटीसी (विश्व टेस्ट चैंपियनशिप) चक्र में बरकरार रहेगा, यह एक बड़ा सवाल है क्योंकि 2025 में तीसरा चक्र समाप्त होने पर वह लगभग 38 वर्ष का होगा.’
 
उन्होंने कहा, ‘फिलहाल मेरा मानना है कि शिव सुंदर दास और उनके सहयोगियों को दो टेस्ट के बाद और उनकी बल्लेबाजी फॉर्म को देखते हुए फैसला करना होगा. वेस्टइंडीज दौरे के बाद दिसंबर के अंत तक कोई टेस्ट नहीं है जब टीम दक्षिण अफ्रीका की यात्रा करेगी. इसलिए चयनकर्ताओं के पास विचार-विमर्श करने और निर्णय लेने के लिए पर्याप्त समय है. तब तक पांचवां चयनकर्ता (नया अध्यक्ष) भी समिति में शामिल हो जाएगा और तब फैसला किया जा सकता है.’


नागपुर के चुनौतीपूर्ण विकेट पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 120 रन के शानदार स्कोर को छोड़कर रोहित ने उस तरह की पारियां नहीं खेली हैं जैसी उनकी क्षमता के खिलाड़ी से उम्मीद की जाती है.