Indian Tennis Team in Pakistan: प्रतिष्ठित डेविस कप मुकाबले के लिए करीब 60 साल में पहली बार भारत की टेनिस टीम पाकिस्तान दौरे पर गई है. भारतीय टेनिस टीम को इस देश की यात्रा करने वाले राष्ट्र-अध्यक्ष जैसी सुरक्षा मुहैया कराई गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हर सुबह बम-निरोधक दस्ता करेगा जांच


भारतीय खिलाड़ियों को पाकिस्तान में सुरक्षित महसूस कराने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. इसके लिए लागू सुरक्षा योजना के तहत, एक बम निरोधक दस्ता हर सुबह इस्लामाबाद स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स की जांच करेगा. इतना ही नहीं, यात्रा के दौरान भारतीय टीम दो एस्कॉर्ट वाहन की निगरानी में रहेगी. 


होटल और स्टेडियम तक ही सीमित रहेंगे भारतीय


पाकिस्तान टेनिस महासंघ (पीटीएफ) खिलाड़ियों की सुरक्षा पहलू पर कोई समझौता नहीं करना चाहता है. भारतीय खिलाड़ी ज्यादातर आयोजन स्थल और होटल तक ही सीमित रहेंगे. खिलाड़ियों के लिए ये स्थिति हालांकि थोड़ी मुश्किल भरी हो सकती है. पीटीएफ अंतरराष्ट्रीय टेनिस महासंघ (आईटीएफ) द्वारा स्वीकृत सुरक्षा योजना का पालन कर रहा है.


सिक्योरिटी की 4-5 लेयर


पीटीएफ के महासचिव कर्नल गुल रहमान ने कहा, ‘भारतीय टीम 60 साल के बाद पाकिस्तान आई है, इसलिए हम अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं. भारतीय टीम के चारों ओर सुरक्षा की 4-5 लेयर हैं. मैं इस आयोजन के सुरक्षा प्रबंधक के रूप में, यात्रा के दौरान उनके साथ हूं.’ भारतीय दल रविवार रात इस्लामाबाद पहुंचा जिसमें 5 खिलाड़ी, दो फिजियो और अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) के 2 अधिकारी शामिल हैं. 


हर समय एस्कॉर्ट वाहन साथ


रहमान ने कहा, ‘यात्रा के समय एस्कॉर्ट वाहन टीम के साथ रहती हैं. टीम वीवीआईपी एंट्री गेट से होटल में जाती है, जो राज्य के प्रमुखों के लिए आरक्षित है. बम निरोधक दस्ते हर सुबह आयोजन स्थल की गहन जांच करेंगे और कार्यक्रम स्थल में किसी को प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. यह प्रक्रिया पूरे मुकाबले के दौरान जारी रहेगी.’


इस्लामाबाद को बताया सबसे सुरक्षित शहर


पीटीएफ महासचिव ने कहा, ‘इस्लामाबाद एशिया के सबसे सुरक्षित शहरों में से एक है. आम चुनाव नजदीक आ रहे हैं, ऐसे में सुरक्षा पहले से ही कड़ी है. यहां लगातार हवाई निगरानी हो रही है, शहर में लगभग 10,000 कैमरे लगे हैं. भारतीय खिलाड़ियों की सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा.’ 


पाकिस्तान के लिए भी सम्मान की बात


इस काम में पाकिस्तान स्पोर्ट्स बोर्ड (पीएसबी), इस्लामाबाद पुलिस, ट्रैफिक पुलिस और अन्य की टीमें सहयोग कर रहीं हैं. रहमान ने कहा, ‘भारतीय टीम की मेजबानी करना न केवल पीटीएफ के लिए बल्कि पाकिस्तान के लिए भी सम्मान की बात है. हम खेल कूटनीति में विश्वास करते हैं.’ इसी बीच पाकिस्तान के बेहतरीन टेनिस खिलाड़ियों में से एक अकील खान ने कहा, ‘अगर वे बाहर नहीं जा सकते हैं और शहर नहीं देख सकते हैं, तो रेस्तरां में जाएं. मैं उन्हें रात्रिभोज के लिए ले जाना चाहूंगा. उन्होंने अचूक सुरक्षा मांगी है और इसलिए ऐसी व्यवस्था की है. यह अब भारतीय खिलाड़ियों पर निर्भर है.’


500 फैंस को ही अनुमति


पाकिस्तान ने अपनी ताकत के अनुरूप खेलने के लिए ग्रास कोर्ट (घासियाले कोर्ट) को चुना लेकिन मेजबान टीम घरेलू परिस्थितियों का पूर्ण रूप से फायदा नहीं उठा पाएगी क्योंकि अधिकतम 500 फैंस को ही मैच देखने की अनुमति होगी. पाकिस्तान के दिग्गज खिलाड़ी ऐसाम-उल-हक कुरैशी ने कहा "यह कठिन है. आईटीएफ ने हमें सुरक्षा कारणों से बहुत अधिक मेहमानों या दर्शकों की मेजबानी करने की अनुमति नहीं देता है. यह कुछ ऐसा है जिसे हमें मानना होगा.’


'पाकिस्तान के हालात बताने के लिए 2 दिन दीजिए'


भारतीय टीम हालांकि सुरक्षा को लेकर काफी हद तक निश्चित है, लेकिन यह स्पष्ट है कि खिलाड़ी सतर्क रहेंगे. भारत के एक खिलाड़ी ने कहा, ‘हम यहां पहली बार है. हां, कुछ चीजें हैं जो आपके दिमाग में चलती हैं. हमने पाकिस्तान के बारे में सिर्फ बातें सुनी हैं, इसलिए एक छवि बन गई है. पाकिस्तान में कैसे हालात हैं, इसके बारे में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. हमें दो दिन का समय दीजिए.’


(एजेंसी इनपुट के साथ)