पुणे : साल 2018 के आईपीएल में शिखर धवन और केन विलियमसन ने रविवार को चेन्नई के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी करते हुए  अर्धशतक लगाते हुए अपनी टीम को धीमी शुरुआत के बाद मजबूत स्थिति में पहुंचाकर चेन्नई को एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य देने में कामयाबी हासिल कर ली. दोनों की पारियों के दम पर हैदराबाद ने 20 ओवर में 178 रन बनाए. 


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धवन ने अपने पहले संभल कर खेलने के बाद कप्तान विलियमसन के साथ खेलते हुए अपने हाथ खोले तो 13वें ओवर में ही रवींद्र जडेजा की गेंद पर छक्का लगा कर अपना अर्धशतक पूरा कर लिया. धवन के बाद कप्तान केन विलियमसन ने भी अपना अर्धशतक 16वें ओवर में पूरा किया और जब टीम का स्कोर 141 रन पर पहुंचा था तब शिखर धवन 49 गेंदों पर 79 रन बना कर आउट हो गए. इस तरह से दोनों के बीच की 123 रनों की साझेदारी हुई. यह आईपीएल में दोनों के बीच चौथी शतकीय साझेदारी थी. 


इस साझेदारी की खास बात यह रही कि आईपीएल के किसी एक सीजन में सबसे ज्यादा शतकीय साझेदारी के मामले में धवन विलियमसन की जोड़ी दूसरे नंबर पर पहंच गई है. उनसे आगे विराट कोहली और एबी डिविलियर्स की जोड़ी पांच शतकीय साझेदारियों के साथ टॉप पर है. हालांकि धवन विलियमसन के साथ, गंभी-धवन और गेल-विराट की जोड़ी भी तीन शतकीय साझेदारी कर चुकी है. 


दोनों ही टीमें इस समय अंक तालिका में टॉप दो स्थानों पर हैं. टॉप पर हैदराबाद ने प्ले ऑफ में जगह बना ली है, वहीं चेन्नई इस मैच में जीत हासिल कर प्ले ऑफ में कदम रखने के इरादे से मैदान पर उतर रही है. 


शुरुआत काफी धीमी रही हैदराबाद की 
दीपक चाहर का पहले ओवर मेडन जाने के बाद चौथे ओवर में चाहर ने हेल्स को आउट कर दिया. इसके बाद छह ओवर में शिखर  विलियमसन के साथ मिलकर टीम का स्कोर एक विकेट पर 29 रन तक ही पहुंचा सके. इसके बाद स्पिनर्स के आते ही दोनों ने खुल कर खेलना शुरु कर दिया. 9वें ओवर में ही दोनों ने टीम का स्कोर 50 के पार पहुंचा दिया.


दोनों ही टीमों के बीच इससे पहले हैदराबाद में मैच हुआ था जिसमें चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी की थी. हालाकि तब हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन ने टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. इस मैच में हैदराबाद चार रनों से यह मैच हार गई थी. हैदराबाद ने अब तक जीते 9 मैचों में से चार मैच ऐसे खेले हैं जिसमें उसने पहले बल्लेबाजी की है और चारों में ही जीत हासिल की है. 


प्लेऑफ की लड़ाई हो गई है तेज
जिस तरह से टीमों के बीच प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए मुकाबला हो रहा है और अंक तालिका में कमजोर टीमें भी बड़ी जीत के साथ वापसी कर रहीं हैं, हैदराबाद की स्थिति तो मजबूत है लेकिन चेन्नई को भी रन रेट के फैसले पर निर्भर रहना पड़ सकता है. टीम भले ही प्लेऑफ्स में क्वालीफाई कर जाए लेकिन तालिका में दूसरे नंबर की लड़ाई पर चेन्नई की नजर हैं जिसके लिए उन्हें कम से कम दो मैचों में जीतना होगा.