नई दिल्ली:इंडियन प्रीमयर लीग (आईपीएल) में चेन्नई और दिल्ली के बीच होने वाला मुकाबला कड़ा होने की पूरी उम्मीद थी बावजूद इसके कि दोनों टीमें पहले ही प्लेऑफ में पहुंच चुकी थीं. इस सीजन के पिछले कुछ मैचों से एमएस धोनी की गैरमौजूदगी चेन्नई टीम को परेशान कर रही थी, लेकिन इस मैच में उनकी वापसी से टीम में उत्साह भी बढ़ा और टीम ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की. चेन्नई की पारी के अंतिम ओवर में धोनी ने आखिरी दो गेंदों पर छक्के लगाए. मैच के बाद धोनी ने बताया कि ऋषभ पंत ने इसमें उनकी कैसे मदद की. 


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धोनी ने खड़ा किया बड़ा स्कोर
मैच में धोनी की टीम की बल्लेबाजी की परीक्षा थी जिस पर पिछले कुछ मैचों में सवाल उठ रहे थे. यहां  सुरेश रैना (59), फाफ डु प्लेसिस (39) और रवींद्र जडेजा (25) ने वापसी तो की, लेकिन धोनी ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर शानदार 44 रनों की पारी खेली. मैच में टॉस हारने के बाद धोनी के लिए और भी जरूरी हो गया था कि टीम दिल्ली को बड़ा लक्ष्य दे. धोनी ने एक बेहतरीन लीडर की तरह बल्लेबाजी की और टीम को बड़ा स्कोर दिलवाया. 


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ऐसे स्ट्राइक हासिल की धोनी ने
आखिरी ओवर में चेन्नई की टीम को स्कोर 164 रन हो गया था. तीन गेंदों के बाद धोनी को सिंगल लेना पड़ा. दूसरे छोर पर रायडू मौजूद थे, लेकिन धोनी चाहते थे कि स्ट्राइक उनके पास रहे. ट्रेंट बोल्ट ने चौथी गेंद वाइड फेक दी. यहां पर धोनी ने एक बार फिर अपनी चतुराई दिखाई और रायडू को सिंगल लेने का इशारा कर दिया. पंत यहां धोनी को रनआउट करने से चूक गए. इसके बाद अगली दो गेंदों पर छक्का मार कर धोनी ने टीम का स्कोर 179 रन कर दिया. 



इस सवाल के जवाब में बताई पंत की गलती
मैच खत्म होने के बाद जब कॉमेंटेटर हर्षा भोगले ने उन से पूछा कि वे छक्का लगाने कि लिए सिंगल लेने का जोखिम क्यों ले बैठे. इस पर धोनी ने कहा, “रायडू उसी समय बल्लेबाजी करने आए थे. इसलिए उनके लिए शॉट लगाना मुश्किल हो सकता था. ऋषभ ने मेरी मदद की, उसने ग्लब्स नहीं उतारे थे जिससे मैं रन के लिए जा सका.”


धोनी ने बताया कैसे पंत बच सकते थे इससे
धोनी का इशारा इस बात पर था कि ऋषभ ने उस दौरान दोनों ग्लब्स पहने थे जिससे उन्हें स्टम्स पर गेंद फेंकने में दिक्कत हो सकती थी. धोनी आम तौर पर विकेटकीपिंग करते समय आखिरी के ओवरों में एक ही ग्लब पहनते हैं जिससे उन्हें रनआउट करने में परेशानी न हो. लेकिन पंत ने ऐसा नहीं किया जिससे धोनी एक रन ले सके और उन्हें आखिरी दो गेंदों को खेलने का मौका मिला. धोनी का कहना था“ छोटी छोटी बातों पर ध्यान देना बहुत जरूरी हो जाता है. (ग्लब्स के बारे में) आप टेनिस बॉल क्रिकेट से सीख सकते हैं. इसके बाद भी आपको अपने बिसिक्स सही रखने होंगे और अगले स्तर तक जाना होगा. अगर आप वहीं अटके रहे तो ऐसे गलतियां करते रह सकते हैं. बेसिक्स पर बने रहना बहुत जरूरी है.”


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अंतिम दो गेदों पर छक्के
धोनी ने आखिरी ही दो गेदों पर छक्का मार कर अपना स्कोर 44 रन कर दिया. इस तरह उन्होंने 22 गेंदों पर चार छक्के और तीन चौके की मदद से  200 का स्ट्राइक रेट हासिल किया. इस मैच में धोनी ने श्रेयस अय्यर की भी शानदार स्टम्पिंग की. यह चेन्नई की टीम का अपने घरेलू मैदान पर सीजन का आखिरी मैच था. इसके बाद लीग का आखिरी मैच टीम को पंजाब के खिलाफ मोहाली में खेलना है.