शारजाह: दिल्ली की टीम ऋषभ पंत की कप्तानी में 14 में से 10 मैच जीतकर लीग में टेबल टॉप  रही, लेकिन टीम में ज्यादतर युवा खिलाड़ी हैं, जिनको बड़े मैचों में खेलने का अनुभव नहीं है. अब क्वालीफायर में दिल्ली की टीम को कोलकाता के हाथों तीन विकेट से दिल तोड़ने वाली हार मिली हैं, जिससे कि उन्हें लगातार दो हार के बाद फाइनल की दौड़ से बाहर होना पड़ा. इससे पहले दिल्ली को चेन्नई से चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा था. 


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आर. अश्विन 
अश्विन आईपीएल में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में छटवें स्थान पर विराजमान है. उन्होंने आईपीएल में 145 विकेट लिए हैं. वे सबसे ज्यादा अनुभवी गेंदबाज थे, इसलिए ऋषभ पंत ने उन्हें आखिरी ओवर दिया जिसमें उन्हें 7 रन बचाने थे लेकिन वो उसमें असफल रहे. उनकी पहली गेंद पर राहुल त्रिपाठी ने 1 रन बनाया. दूसरी गेंद पर कोई भी रन नहीं बना. तीसरी गेंद पर शाकिब अल हसन आउट हो गए. चौथी गेंद पर उन्होंने सुनील नरेन को अक्षर पटेल के हाथों कैच करवाकर आउट किया. लगा कि मैच दिल्ली की तरफ वो मोड़ देगें वे अपनी हैट्रिक बॉल पर थे. आखिरी 2 गेंद पर 6 रन चाहिए थे. दिल्ली के फैंस को अश्विन की गेंदबाजी पर भरोसा था. लेकिन पांचवी गेंद पर राहुल त्रिपाठी ने लंबा छक्का लगाकर कोलकाता को विजयी बना दिया. ये गेंद अश्विन ने बाहर की तरफ फेंकी जो बहुत ही ज्यादा धीमी थी. इतने अनुभवी गेंदबाज से दिल्ली को ऐसी आशा नहीं थी, कि वो आखिरी दो गेंद 6 रन नहीं बचा पाएंगे.


 



शिखर धवन 


दिल्ली को शिखर धवन से कोलकाता के खिलाफ तूफानी बल्लेबाजी की उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने  खोदा पहाड़ निकली चुहिया को चरितार्थ किया. धवन ने 39 गेंद में सिर्फ 36 रन बनाए. उन्होंने बहुत ही धीमी बल्लेबाजी की. उनके बल्ले से गेंद बमुश्किल से ही सीमा रेखा पार जा  रही थी. आखिरी में तेजी में रन बनाने के चक्कर में स्पिनर वरूण की गेंद पर वह फंस गए और शाकिब अल हसन को एक आसान सा कैच देकर पवेलियन वापस लौट गए और दिल्ली की नैय्या को बीच मंझधार में ही छोड़ गए. 


अक्षर पटेल 


अभी हाल ही में अक्षर पटेल को भारतीय टीम के 15 सदस्यीय दल से बाहर किया गया उनकी जगह शार्दुल ठाकुर को टीम में शामिल किया गया. उनके हालिया प्रदर्शन को देखते हुए. ये फैसला ठीक दिखाई देता है. कोलकाता के खिलाफ उनकी गेंदों की जमकर धुनाई हुई. वेंकटेश अय्यर ने उन पर कई ताबड़तोड़ छक्के जड़े. वे बहुत ही महंगे गेंदबाज साबित हुए. 4 ओवर में उन्होंने 32 रन दिए और कोई भी विकेट नहीं लिया. उनकी गेंदों कोलकाता के बल्लेबाजों ने खुलकर रन बनाए. अक्षर बल्लेबाजी में भी कोई खास योगदान नहीं दे सके. 4 गेंद में सिर्फ  4 रन ही बना सके. ना उनकी गेंद ही घूमी और ना ही बल्ला चला. जिससे दिल्ली को हार का मुंह देखना पड़ा.