नई दिल्ली: मुंबई इंडियंस के कोच और श्रीलंका के पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने ने रविवार को कहा कि वह अपने देश में आपातकालीन कानून और कर्फ्यू को देखकर दुखी हैं. उन्होंने कहा कि सरकार उन लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज नहीं कर सकती, जिन्हें विरोध करने का पूरा अधिकार है. श्रीलंका में इन दिनों बेहद तेल संकट की वजह से लोग सड़कों पर उतर आए हैं, जिससे देश के हालात बेहद खराब हैं. 


बेहद दुखी हुआ ये क्रिकेटर


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जयवर्धने ने रविवार को ट्वीट किया, 'मैं श्रीलंका में आपातकालीन कानून और कर्फ्यू को देखकर दुखी हूं. सरकार उन लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज नहीं कर सकती, जिन्हें विरोध करने का पूरा अधिकार है. ऐसा करने वाले लोगों को हिरासत में लेना स्वीकार्य नहीं है और मुझे श्रीलंका के बहादुर वकीलों पर बहुत गर्व है, जिन्होंने उनके बचाव में भाग लिया.'


श्रीलंका में मची है तबाही


श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है और लोग राजधानी कोलंबो समेत विभिन्न शहरों में सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'अच्छे नेताओं से कभी-कभी गलतियां हो जाती हैं. हमारे देश के लोगों को उनकी पीड़ा में एकजुट होने की बहुत जरूरत है. ये समस्याएं मानव निर्मित हैं और सही योग्य लोगों द्वारा इसे ठीक की सकती हैं. 


इस देश की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने वाले कुछ लोग जनता का विश्वास खो रहे हैं और उन्हें खड़ा होना होगा. देश को और विश्वास देने के लिए हमें एक अच्छी टीम की जरूरत है. यह बहाने बनाने का नहीं और सही काम करने का समय है.'