Team India: एक फैसले से अचानक चमक गई किस्मत, भारत के महान बल्लेबाज बन गए ये 2 धुरंधर
Team India News: भारत के ऐसे 2 विस्फोटक बल्लेबाज हैं, जो पहले मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते थे, लेकिन बाद में उन्हें अपने देश से ओपनिंग करने का मौका मिला और ओपनिंग में उन्होंने तूफानी प्रदर्शन किया. अगर भारत के इन दो बल्लेबाजों को ओपनिंग का मौका नहीं मिलता, तो वह बड़े खिलाड़ी नहीं बन पाते.
Team India Cricketer: भारत के ऐसे 2 विस्फोटक बल्लेबाज हैं, जो पहले मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी करते थे, लेकिन बाद में उन्हें अपने देश से ओपनिंग करने का मौका मिला और ओपनिंग में उन्होंने तूफानी प्रदर्शन किया. अगर भारत के इन दो बल्लेबाजों को ओपनिंग का मौका नहीं मिलता, तो वह बड़े खिलाड़ी नहीं बन पाते और आज भी गुमनामी की जिंदगी जी रहे होते. भारतीय क्रिकेट इतिहास में 2 धाकड़ ओपनर ऐसे रहे हैं, जिन्होंने मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज के तौर पर अपना करियर शुरू किया था, लेकिन ओपनर बनते ही उनका करियर पूरी तरह से बदल गया. अगर ये 2 दिग्गज खिलाड़ी मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज से ओपनर नहीं बनते तो उनका करियर गुमनामी के अंधेरे में खो जाता.
1. रोहित शर्मा
रोहित शर्मा ने भारत के लिए अपना वनडे डेब्यू साल 2006 में ही कर लिया था, लेकिन साल 2012 तक वह भारत के लिए मिडिल ऑर्डर में ही खेल रहे थे, लेकिन रोहित शर्मा को 23 जनवरी 2013 को इंग्लैंड के खिलाफ मोहाली में प्रयोग के तौर पर सलामी बल्लेबाज के रूप में उतारा गया तो किसी ने सोचा भी नहीं था कि इस नई भूमिका में मुंबई का यह बल्लेबाज न सिर्फ सफल रहेगा बल्कि लंबी पारियां खेलकर रिकॉर्ड्स की नई इबारत भी लिखेगा. इसके बाद ICC चैंपियंस ट्रॉफी 2013 में भी महेंद्र सिंह धोनी ने रोहित शर्मा को ओपनिंग कराई और तब से उनकी किस्मत पूरी तरह से बदल गई. वर्तमान समय में वह दुनिया के सबसे अच्छे ओपनर बल्लेबाज माने जाते हैं. इसी वजह से रोहित शर्मा वनडे मैचों में 3 बार दोहरा शतक लगाने में कामयाब रहे. इसमें रोहित शर्मा का वनडे क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर 264 रन भी शामिल है. जिस तरह से ओपनर बनने से सचिन तेंदुलकर का बल्ला वनडे में रन उगलने लगा था, उसी तरह से रोहित भी रनों का अंबार लगाने लगे और अब आलम यह है कि उनके नाम पर तीन दोहरे शतक दर्ज हैं जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है.
2. वीरेंद्र सहवाग
वीरेंद्र सहवाग ने बतौर मिडिल ऑर्डर भारतीय टीम में अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन जल्द ही उस समय टीम के कप्तान रहे सौरव गांगुली ने उनकी प्रतिभा पहचान ली और अपने बदले सहवाग को ओपनिंग का अवसर दिया. सहवाग ने भी ओपनिंग के इस अवसर को पूरी तरह भुनाया. उन्होंने 212 वनडे मैचों में ओपनिंग की हुई है और इस दौरान उन्होंने 7518 रन बनाए थे. वीरेंद्र सहवाग ने 1999 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत की थी. सहवाग ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 251 वनडे मैच व 104 टेस्ट मैच खेले. सहवाग ने 251 वनडे मैच में 35.06 के औसत से 8273 रन बनाए हैं. वहीं उन्होंने अपने 104 टेस्ट मैचों में 49.34 की शानदार औसत से 8586 रन बनाए हैं. 19 टी-20 अंतराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 394 रन बनाए हैं.