नई दिल्ली : 10 साल बाद एक भारतीय ने फिर से डब्ल्यूडब्ल्यूई चैंपियनशिप को अपने नाम कर लिया है. भारतीय मूल के पहलवान जिंदर महल ने रविवार को रैंडी ऑर्टन को हराकर डब्ल्यूडब्ल्यूई बैकलेश चैम्पियनशिप जीत ली है. 


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इसी के साथ कनाडा के नागरिक जिंदर भारतीय मूल के ऐसे दूसरे रेसलर बन गए हैं, जिन्होंने इस चैम्पियनशिप पर कब्जा जमाया है. उनसे पहले 2007 में 'द ग्रेट खली' ने वर्ल्ड हैवीवेट चैम्पियनशिप पर कब्जा जमाया था.


जिंदर इस खिताब की दौड़ में पसंदीदा नहीं थे, इसलिए जैसे ही उन्होंने रैंडी ऑर्टन जैसे धुरंधर हुए रेसलर को हराकर यह खिताब जीता तो लोग हैरान रह गए. जिंदर महल भले ही कनाडाई हैं, लेकिन उन्होंने हमेशा अपनी भारतीय पहचान को जाहिर किया है.


वह पहले ही कह चुके हैं कि उन्हें डब्ल्यूडब्ल्यूई में भारत का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व महसूस होता है. उन्होंने कहा था कि मैं अपने भारतीय फैन्स को हमेशा मुझे सपोर्ट करने के लिए धन्यवाद देता हूं.



चैंपियनशिप जीत के बाद जिंदर महल काफी खुश दिखे. उन्होंने कहा कि अब मुझे कोई नहीं रोक सकता है. मैं सभी को बताना चाहता हूं कि ये चैंपियनशिप बेल्ट लंबे वक्त तक मेरे पास ही रहेगी.


बता दें कि रविवार को हुए जिंदर महल व रैंडी ऑर्टन के बीच मुकाबले को देखने के लिए काफी संख्या में दर्शक इकट्ठा हुए थे. जहां कई दर्शक जिंदर की जीत से खुश नजर आए तो वहीं कई रैंडी ऑर्टन की हार से आश्चर्यचकित भी हुए.