पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने की भारत की तारीफ, कहा- दुनिया का सबसे उम्दा मेजबान
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अहमद ने कहा कि मुझे पाकिस्तान से विश्व कप में किसी चमत्कारिक प्रदर्शन की उम्मीद नहीं है.
मेलबर्न : भारत को हॉकी खेलने के लिए सर्वश्रेष्ठ देशों में से एक बताते हुए पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अहमद ने कहा कि खेल को लेकर भारतीयों के उत्साह के कारण इस साल के आखिर में होने वाला विश्व कप बेहद सफल साबित होगा. पाकिस्तान के लिए सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके पूर्व कप्तान ने बातचीत में कहा, ''विश्व कप भारत में हो रहा है और मुझे लगता है कि भारत दुनिया के सर्वश्रेष्ठ मेजबानों में से एक है. वहां बड़ी तादाद में लोग हॉकी देखने आते हैं और अच्छी मीडिया कवरेज भी होती है. प्रायोजकों की भी कोई कमी नहीं है. इससे हॉकी वहां काफी कामयाब है.''
उन्होंने कहा, ''भारत में लोग पाकिस्तानी हॉकी खिलाड़ियों को खेलते देखना पसंद करते हैं. मुझे हमेशा भारत में खेलने में बहुत मजा आया और इतनी इज्जत और प्यार मिला कि कभी लगा ही नहीं कि हम दूसरे देश में खेल रहे हैं. भारत हॉकी खेलने के लिये सर्वश्रेष्ठ स्थानों में से एक है.''
विश्व कप 28 नवंबर से 16 दिसंबर तक भुवनेश्वर में खेला जाएगा जो पहले एफआईएच चैम्पियंस ट्रॉफी और हॉकी विश्व लीग की मेजबानी कर चुका है. भुवनेश्वर में हॉकी को लेकर क्रेज का आलम यह था कि एफआईएच विश्व लीग फाइनल्स के दौरान पिछले साल भारत और अर्जेंटीना के बीच भारी बारिश में खेले गए सेमीफाइनल मैच के दौरान दर्शक स्टेडियम से हिले नहीं. वसीम ने यह भी कहा कि भारतीय हॉकी और हॉकी के ढांचे में काफी सुधार आया है.
उन्होंने कहा, ''भारतीय टीम के प्रदर्शन में काफी सुधार आया है और वहां हॉकी का ढांचा भी बेहतर हुआ है. हरेंद्र पा जी (हरेंद्र सिंह) के कोच बनने के बाद से वे बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं. एशियाई खेलों में बदकिस्मती से स्वर्ण पदक चूक गए.''
(Image: Pakistan Hockey Federation)
वसीम ऑस्ट्रेलिया में शीर्ष स्तर की विक्टोरिया राज्य प्रीमियर लीग में सेंट खिल्डा क्लब के लिए खेलते हैं जिसने इस साल खिताब जीता. वह क्लब के सहायक कोच भी हैं और विक्टोरिया अकादमी तथा ऑस्ट्रेलियाई स्कूलों के शिविरों में भी कोचिंग करते हैं. उन्होंने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय हॉकी बहाल होनी चाहिए.
उन्होंने कहा, ''मेरा मानना है कि दोनों देशों को एक दूसरे से द्विपक्षीय सीरीज खेलनी चाहिए. इससे लोगों और प्रायोजकों की हॉकी में दिलचस्पी भी बढ़ेगी. पाकिस्तान को इसकी सख्त जरूरत है.'' विश्व कप में पाकिस्तान की संभावनाओं के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को कठिन पूल मिला है और कोच रोलेंट ओल्टमेंस के इस्तीफे से उसकी राह दुश्वार हो गई है.
उन्होंने कहा, ''मुझे पाकिस्तान से विश्व कप में किसी चमत्कारिक प्रदर्शन की उम्मीद नहीं है क्योंकि उसे कठिन पूल मिला है. उसे मलेशिया को हराकर पूल में तीसरे स्थान पर रहना होगा ताकि क्रासओवर खेल सके. ओल्टमेंस के जाने के बाद यह मुश्किल हो गया है.''
उन्होंने कहा, ''ओल्टमेंस ने गलत समय पर इस्तीफा दे दिया. वह अच्छा काम कर रहे थे लेकिन एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी और विश्व कप से ठीक पहले उनके जाने से पाकिस्तान हॉकी को नुकसान होगा.''