नई दिल्लीः सुशील कुमार के खिलाफ हितों के टकराव के आरोप खारिज करते हुए खेल मंत्रालय ने गुरुवार को इस स्टार पहलवान को कुश्ती का राष्ट्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त करने के फैसले का बचाव किया. पिछले साल रियो ओलंपिक से पहले डोपिंग विवाद में फंसने वाले निलंबित पहलवान नरसिंह यादव ने एक सप्ताह पहले मंत्रालय को पत्र लिखकर हितों के टकराव की बात उठायी थी लेकिन खेल मंत्री विजय गोयल ने इसके आधारहीन करार दिया.


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नरसिंह ने सवाल उठाया था कि सुशील जब छत्रसाल स्टेडियम में युवा पहलवानों को निखार रहे हैं तब वह राष्ट्रीय पर्यवेक्षक कैसे बन सकते हैं. सुशील उन 14 ओलंपियन में शामिल हैं जिन्हें खेल मंत्रालय ने अपने अपने खेलों का राष्ट्रीय पर्यवेक्षक बनाया है.


गोयल ने कहा, "ये सभी राष्ट्रीय पर्यवेक्षक दिशानिर्देशों और मंत्रालय द्वारा उन्हें सौंपे गये काम के अनुरूप अपनी भूमिका निभा कर रहे हैं." उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को जो जिम्मेदारियां दी गयी हैं उनमें राष्ट्रीय टीमों के चयन पर निगरानी रखना तथा स्वतंत्र और पारदर्शी चयन के लिये सुझाव देना शामिल है.