न्यूयार्क: छह बार की अमेरिकी ओपन चैम्पियन सेरेना विलियम्स ने फ्लशिंग मिडोज में फाइनल में जापान की नाओमी ओसाका से हारने के बाद चेयर अंपायर पर नाराजगी व्यक्त की लेकिन यह वाकया पहली बार नहीं हुआ, वह पहले भी इसी तरह के विवादों में फंस चुकी हैं. वर्ष 2009 में किम क्लाइस्टर्स के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में भी सेरेना ने चेयर अंपायर के खिलाफ अपशब्द कहे थे. उस साल आस्ट्रेलियाई ओपन और विम्बलडन जीतने के बाद सेरेना फ्लशिंग मिडोज में लगातार दूसरे खिताब की कोशिश में जुटी थीं. 


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क्लाइस्टर्स ने पहले बच्चे के जन्म के बाद करीब तीन साल के बाद कुछ हफ्ते पहले ही टेनिस में वापसी की और वह अमेरिकी ओपन के सेमीफाइनल में पहुंची, जिसमें उन्हें सेरेना विलियम्स से भिड़ना था. क्लाइस्टर्स की कोई रैंकिंग नहीं थी और गैर वरीयता प्राप्त इस खिलाड़ी ने सेरेना विलियम्स के खिलाफ पहला सेट जीत लिया. इसमें सेरेना को निराशा में रैकेट जमीन पर मारने के लिये चेतावनी भी मिली. 


सेरेना विलियम्स दूसरे सेट में 5-6 पर टाईब्रेकर में सर्विस कर रही थीं, तब उन्हें दूसरी सर्विस पर पैर के लाइन से आगे चले जाने के उल्लघंन पर चेताया गया जिससे क्लाइस्टर्स को डबल मैच प्वाइंट मिला. 


सेरेना ने दी थी धमकी
सेरेना ने थोड़ी बहस भी की, फिर वह सर्विस लाइन पर गईं और लाइनवुमैन के खिलाफ अपशब्द कहे जिसमें यह धमकी भी शामिल थी कि ‘इस गेंद को तुम्हारे मुंह में घुसा दूंगी.’ इसके बाद चेयर अंपायर ने उन पर एक अंक का जुर्माना लगाया जिससे क्लाइस्टर्स ने मैच जीत लिया. 


2011 अमेरिकी ओपन में भी कहे थे अपशब्द 
वर्ष 2011 अमेरिकी ओपन फाइनल में सांमथा स्टोसुर के खिलाफ मुकाबले में चेयर अंपायर इवा असदेराकी ने सेरेना को चेतावनी दी क्योंकि वह प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को बॉल तक पहुंचने से पहले ‘कम ऑन’ कहकर बाधा डाल रही थीं. 



सेरेना को लगा कि 2009 में क्लाइस्टर्स के खिलाफ असदेराकी ही चेयर अंपायर थीं और गुस्से में इस अमेरिकी खिलाड़ी ने चेंजओवर के दौरान उनके खिलाफ अपशब्द कहना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘अगर तुम मुझे कभी हॉल में चलते हुए देखो तो मेरी ओर मत देखना. ’’ उन्होंने कहा, ‘‘तुम आपे में नहीं हो. पूरी तरह से आपे से बाहर हो. तुम नफरत करती हो, तुम अंदर से अच्छी नहीं हो. कौन इस तरह की चीज करता है? और मैं कभी शिकायत नहीं करती. कितनी ‘लूजर’ हो तुम. तुम आचार संहिता का उल्लघंन कह रही हो क्योंकि मैंने खुद को व्यक्त किया? ’’ 


2018 अमेरिकी ओपन में अंपायर को कहा चोर 
और शनिवार को हुए अमेरिकी ओपन फाइनल में बीस साल की ओसाका ने खिताबी मुकाबले में 6-2, 6-4 से जीत दर्ज की. इस दौरान सेरेना को दूसरे सेट में अंपायर कार्लोस रामोस ने बाक्स से कोचिंग लेने के कारण चेतावनी दी. सेरेना को तीन चेतावनी दी गई जिसके बाद उन्होंने गुस्से में अपशब्द कहे और चेयर अंपायर को चोर तक कह डाला. 



सोशल मीडिया पर छाया रहा अमेरिकी ओपन का महिला खिताबी मुकाबला
जापान की नाओमी ओसाका ने अमेरिकी ओपन फाइनल में सेरेना विलियम्स को सीधे सेटों में 6-2, 6-4 से मात दी, लेकिन इस मैच में सेरेना और अंपायर के बीच हुआ विवाद सुर्खियां बटोर रहा है. मैच के दौरान सेरेना को दूसरे सेट में अंपायर कार्लोस रामोस ने बाक्स से कोचिंग लेने के कारण चेतावनी दी. इसके बाद रैकेट से फाउल पर सेरेना को जब दूसरी बार आचार संहिता के उल्लंघन की चेतावनी और एक अंक की पेनल्टी दी गई तो यह अमेरिकी खिलाड़ी गुस्से से भड़क गई. रोते हुए सेरेना ने अंपायर को ‘चोर’ करार दिया.


ओसाका के कोच और सेरेना के पूर्व हिटिंग पार्टनर सास्चा बाजिन ने ट्वीट किया, ‘‘शुक्रिया सेरेना विलियम्स आपका भाषण शानदार था और आप सर्वकालीन महान खिलाड़ी हैं (जीओएटी - ग्रेटेस्ट प्लेयर ऑफ ऑल टाइम).’’ 


पूर्व विश्व नंबर एक और दो बार गैंडस्लैम खिताब जीतने वाली विक्टोरिया अजारेंका ने टि्वटर के जरिए कहा, ‘‘ अगर यह पुरुषों का मैच होता, तो ऐसा नहीं होता. ऐसा कभी नहीं होता.’’ 



सेरेना के कोच पैट्रिक मोयूरातोग्लोयू ने कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया, ‘‘मैच के असली नायक चेयर अंपायर थे. अमेरिकी ओपन में ऐसा दूसरी बार हुआ और अमेरिकी ओपन के फाइनल में सेरेना के साथ तीसरी बार. क्या उन्हें मैच के नतीजों को प्रभावित करने की छूट होनी चाहिए ? हम कब यह तय करेंगे कि ऐसा अब कभी नहीं होना चाहिए ?’’ 


बिली जीन किंग ने कहा, ‘‘अमेरिकी ओपन 2018 का खिताब जीतने के लिए नाओमी ओसाका को बधाई. यह जीत एक उज्ज्वल भविष्य की शुरूआत है. आप जैसे खिलाड़ियों के कारण टेनिस काफी रोचक है.’’ 


फ्रांस की डब्ल्यूटीए खिलाड़ी क्रिस्टिना म्लादेनोविच ने कहा, ‘‘सेरेना चैम्पियन खिलाड़ी है और उसके साथ ऐसा बर्ताव नहीं होना चाहिए था. इसी तरह नाओमी भी चैम्पियन है और उसे अपने पहले ग्रैंडस्लैम खिताब के लिए ऐसा माहौल नहीं मिलना चाहिए था.’’ 



रूस की खिलाड़ी एलेना वेस्नीना ने कहा, ‘‘जाहिर है सब कुछ अंपायर पर है. नाओमी ऐसे रो रही थी जैसे वह फाइनल हार गयी हो, मुझे यह देख कर अच्छा नहीं लगा. इसमें कोई शक नहीं की सेरेना महानत्म चैम्पियन है, लेकिन यह नियम है. यह दिल तोड़ने वाला फाइनल था.’’