निशानेबाज महेश्वरी चौहान भारत का नाम रौशन करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने दोहा में आईएसएसएफ शॉटगन ओलंपिक क्वालीफिकेशन चैंपियनशिप के समापन दिन महिलाओं की स्कीट स्पर्धा में सिल्वर मेडल जीता. मेडल के साथ उन्होंने ओलंपिक के लिए माहेश्वरी ने 21वां कोटा हासिल किया है. माहेश्वरी स्वर्ण पदक के शूट-ऑफ में चिली की फ्रांसिस्का क्रोवेटो चाडिड को भी शानदार तरीके से टक्कर दी. 60 शॉट के फाइनल में 54 हिट पर बराबरी पर रहने के बाद अंत में फ्रांसिस्का ने बाजी मारी और माहेश्वरी को 4-3 से मात दी.


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पहला ISSF फाइनल


इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (ISSF) में माहेश्वरी ने पहले ही फाइनल में यह कारनामा कर दिखाया है. इस प्रदर्शन की बदौलत भारत को महिलाओं की स्कीट में दूसरा पेरिस कोटा भी दिला दिया है. दिन की शुरुआत में महेश्वरी टेबल में टॉप पर थी. लेकिन क्वालीफिकेशन के आखिरी दौर में 23 के स्कोर पर आई. जिसके चलते उन्होंने चौथे स्थान पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वालीफाई किया. क्वालीफिकेशन में उनका स्कोर 121 रहा, जो एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी है. 


मैं रोमांचित हूं- महेश्वरी


महेश्वरी ने फाइनल में एक शानदार मैच के बाद कहा, 'मैं रोमांचित हूं. यहां तक पहुंचने के लिए पिछले कुछ वर्षों में काफी कड़ी मेहनत करनी पड़ी है. मैं शूट-ऑफ को लेकर थोड़ा निराश हूं, लेकिन कुल मिलाकर, यह बहुत संतोषजनक रहा है.' इस रिकॉर्डतोड़ प्रदर्शन के चलते महेश्वरी ने ओलंपिक में अपनी जगह पक्की कर ली है. 


कैसा रहा मुकाबले का रोमांच? 


फाइनल काफी रोमांच से भरा नजर आया. शुरुआती 20 शॉट के बाद महेश्वरी दो निशाने चूकने के कारण चाडिड के बाद दूसरे स्थान पर थी. कजाख ओरिनबे इस दौरान पांच चूक के साथ बाहर होने वाली पहली प्लेयर थी. इसके बाद रिगिना 30 में से पांच शॉट चूक गई और अगले मैच से बाहर हो गई. जिसके बाद कोटा की पुष्टि हो गई. जैसे-जैसे फाइनल आगे बढ़ा महेश्वरी चैन की सांस लेती रहीं. महेश्वरी 50 शॉट्स के बाद लीडर के पास पहुंच गई तब तक उनके पास तब गोल्ड जीतने के 3 मौके थे. लेकिन तीसरा शूट ऑफ राउंड चाडिड के पक्ष में गया. लेकिन ओलंपिक के लिए उन्होंने अपना कोटा हासिल कर लिया है.