Indian Railway: भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे व्यस्त और सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में से एक है. यह हजारों कस्बों और शहरों को जोड़ता है और पूरे देश में लाखों लोगों के लिए यात्रा के साधन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इस प्रकार यह देश के परिवहन बुनियादी ढांचे का एक अभिन्न अंग है. यात्रियों के साथ-साथ माल परिवहन के लिए इसे सुरक्षित रखने के लिए, समय-समय पर नवीनतम तकनीकों, सुविधाओं और अन्य के साथ इसके बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाना आवश्यक है. वहीं अब मोदी सरकार की ओर से रेल यात्रियों को बड़ी सौगात दी गई है.


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रेलवे स्टेशन का कायापलट
मोदी सरकार अब देशभर के रेलवे स्टेशनों की कायापलट करने पर काम कर रही है. यह सरकार के 'नया भारत' के दृष्टिकोण के अनुरूप है. इसके लिए एक स्कीम भी लॉन्च की गई है, जिसका नाम अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) है. अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) के तहत स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है.


अमृत भारत स्टेशन योजना क्या है?
'अमृत भारत स्टेशन योजना' 27 दिसंबर, 2022 को रेल मंत्रालय के जरिए शुरू की गई एक नई नीति है. इस योजना में दीर्घकालिक दृष्टि से स्टेशनों के विकास की परिकल्पना की गई है. यह नीति लंबी अवधि के लिए मास्टर प्लानिंग और स्टेशन से स्टेशन की जरूरतों और मांग के अनुसार कार्यान्वयन पर आधारित है.


अमृत भारत स्टेशन योजना के उद्देश्य क्या हैं?
अमृत भारत स्टेशन योजना का लक्ष्य न्यूनतम आवश्यक सुविधाओं से परे सुविधाओं को बढ़ाना है. इसका उद्देश्य स्टेशन पर रूफ प्लाजा और सिटी सेंटर का निर्माण करना भी है. यह नई सुविधाओं की शुरूआत के साथ-साथ मौजूदा सुविधाओं के उन्नयन और प्रतिस्थापन को पूरा करता है.


अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत कार्य का दायरा-
एबीएसएस में स्टेशनों पर प्रवेश और निकास, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, शौचालय, लिफ्ट/एस्केलेटर, सफाई, मुफ्त वाई-फाई, 'वन स्टेशन वन प्रोडक्ट' जैसी योजनाओं के माध्यम से स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क, बेहतर यात्री जानकारी जैसी सुविधाओं में सुधार शामिल है. सिस्टम, कार्यकारी लाउंज, व्यावसायिक बैठकों के लिए नामांकित स्थान, भूदृश्य आदि भी इसमें शामिल है.