Largest Defence Spender Country: विश्व का सबसे बड़ा सैन्य संगठन  नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) है, जिसकी स्थापना सेकंड वर्ल्ड वॉर के बाद साल 1949 में की गई थी. यह दुनिया का एक ऐसा ऑर्गेनाइजेशन है, जिसमें कई देशों की सेनाएं शामिल हैं, जो अपने सदस्य देश पर हुए हमले को रोकने के लिए साथ आ जाते हैं.


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नाटो इतना बड़ा संगठन है तो जाहिर सी बात है कि इस पर खर्च भी बहुत होता होगा. हालांकि, आज हम आपको नाटो का नहीं, बल्कि दुनिया के उस देश के बारे में बता रहे हैं, जो अपनी आर्मी पर सबसे ज्यादा पैसा बहाता है. साथ ही जानेंगे कि आज के समय में सबसे ज्यादा ताकतवर सैन्य देशों में से एक भारत की रैंकिंग (India Defence Budget) क्या है... 


सेना पर सबसे ज्यादा खर्च करने में ये देश आगे
अमेरिका, रूस, चीन और सऊदी जैसे देशों की सरकारें डिफेंस और हथियारों पर अरबों डॉलर खर्च कर रही हैं. दुनिया में सबसे ज्यादा सैन्य खर्च करने वाली देशों में नंबर-1 पर अमेरिका है, जो 71 लाख करोड़ रुपये है. इसके बाद चीन है जो 23 लाख करोड़ रुपये खर्च करता है, रूस का सैन्य बजट 7 लाख करोड़ रुपये और सऊदी अरब का 6 लाख करोड़ रुपये है.


स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (Stockholm International Peace Research Institute) की एनुअल रिपोर्ट के मुताबिक पूरे विश्व ने सालभर में डिफेंस और हथियारों पर 2.24 ट्रिलियन यानी कि 183 लाख करोड़ रुपये का खर्चा किया है. 


इस रिपोर्ट के मुताबिक इसमें से इस साल सबसे ज्यादा सैन्य बजट बढ़ाने वाले देशों में 36 फीसदी के साथ नंबर एक पर फिनलैंड है. इसके बाद लिथुआनिया ने 27, स्वीडन ने 12 और पोलैंड 11 फीसदी ज्यादा खर्च किया है. 


क्या है भारत की पोजिशन?
वहीं, बात करें भारत की तो पिछले कुछ समय में देश एक ताकतवर शक्ति बनकर सामने आया है. स्वीडिश थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत साल 2022 में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश था, जिसने डिफेंस बजट 2021 की तुलना में करीब 6 फीसदी बढ़ाया. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत द्वारा कुल खर्च का लगभग 23 प्रतिशत उपकरण और बुनियादी ढांचे पर था.


जबकि, भारतीय सैन्य बजट का एक बड़ा हिस्सा सैलरी और पेंशन जैसे खर्च रहे हैं. भारत सरकार ने सैना पर 81.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर यानी करीब एक अरब रुपये खर्च किए थे, जो साल 2013 की तुलना में 47 प्रतिशत ज्यादा था.