Termite Megacity: जीवों की अनेक प्रजातियां विभिन्न तरीकों से अपने आवास का निर्माण करने में कुशलता प्रदर्शित करती हैं. उदाहरण स्वरूप, मकड़ियां जाले बुनकर अपने आवास का निर्माण करती हैं और कठफोड़वा पेड़ों के तनों में छेद करके अपना घर बनाते हैं. इसी प्रकार, दीमक, मिट्टी और गोबर के मिश्रण से खुद की लार बनाकर घरों का निर्माण करते हैं. नॉर्थ ब्राजील में एक ऐसी ही दीमक कॉलोनी के बारे में जानकारी है, जिन्होंने रिसर्चर्स और सामान्य लोगों की दिलचस्पी को बढ़ा दिया है. सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, ब्राजील के इन बंजर क्षेत्रों में कीड़े ने एक बड़ी दीमक कॉलोनी की स्थापना की है, जिसमें 200 मिलियन टीले शामिल हैं, जो ग्रेट ब्रिटेन के आकार के करीब हैं.


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दीमक ने जमीन में बना डाली एक मेगा सिटी


एक रोचक वीडियो इंटरनेट पर चर्चा का केंद्र बना है, जो दीमक से बने टीलों की बनावट को प्रस्तुत करता है. इस वीडियो को एक साइंस चैनल ने यूट्यूब शॉर्ट्स प्लेटफॉर्म पर शेयर किया था, जिससे सोशल मीडिया यूजर्स बहुत अचंभित हुए. इस वीडियो में, "दीमक मेगासिटी" के नाम से जाने जाने वाले दीमकों की कॉलोनी का खुलासा किया गया है. इस वीडियो में टेक्स्ट लेआउट के माध्यम से घास के मैदानों पर बने बड़े आकार के टीले दिखाए गए हैं, जिनमें से कुछ टीले 4000 साल पुराने हैं, और ये टीले रोमन साम्राज्य के उदय से भी 2000 साल से अधिक पुराने हैं.


देखें वीडियो-



गीजा के लगभग 4000 महान पिरामिडों के बराबर


वीडियो के माध्यम से, रिसर्चर्स ने खुलासा किया कि हर साल दीमक 50 मिलियन टन से भी अधिक मिट्टी को खोद देते हैं. उन्होंने यह भी दिखलाया कि ऊंचे-ऊंचे टीले बनाने के लिए चरागाहों में उस सारी मिट्टी को स्थानांतरित किया है, वह गीजा के लगभग 4000 महान पिरामिडों के बराबर है. यह दिखाता है कि ये विशाल संरचनाएं एक ही कीट प्रजाति द्वारा निर्मित की गई थीं. यूके के सैल्फोर्ड विश्वविद्यालय के कीट विज्ञानी और रिसर्चर स्टीफन मार्टिन ने कहा, "ये टीले एक ही प्रजाति के द्वारा बनाए गए थे, जिन्होंने उनके आवास को सुरक्षित और सीधे खाने के लिए वृक्षों की पत्तियों तक पहुंचने के लिए सुरंगों का एक विशाल नेटवर्क खोदा था."


टीले में से कुछ 10 फीट तक ऊंचे


करंट बायोलॉजी (Current Biology) में पब्लिश एक स्टडी के अनुसार, शंक्वाकार टीले में से कुछ 10 फीट तक ऊंचे हैं और Google Earth पर दिखाई देते हैं. ज्यादातर कांटेदार झाड़ियों वाले जंगलों में जमीनी स्तर पर छिपे रहते हैं. यह दर्शाता है कि छोटे जीव पर्यावरण पर कितना बड़ा प्रभाव डाल सकते हैं.