air purifier buying guide: अब सर्दी आ रही है और दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण बढ़ रहा है. दिवाली भी नज़दीक है, जिससे प्रदूषण और भी बढ़ जाएगा. इसलिए घर में एयर प्यूरीफायर होना अनिवार्य है. ये डिवाइस आपके घर में एक स्वस्थ वातावरण बनाए रखने में मदद कर सकते हैं, लेकिन आपको सही एयर प्यूरीफायर चुनने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. आइए, एयर प्यूरीफायर्स के बारे में जानें और कैसे चुनना है...


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Air Purifiers: कैसे काम करते हैं?


यह आसपास की हवा को अंदर खींचता है। फिर हवा को कई फिल्टर्स से गुजारा जाता है जो हवा में मौजूद जहरीले पदार्थों और प्रदूषण को निकाल देते हैं. इसके बाद साफ हवा बाहर निकल जाती है. ज्यादातर एयर प्यूरीफायर में कई लेयर्स के फिल्टर्स होते हैं. पहला फिल्टर बड़े पार्टिकल्स जैसे बाल, जानवरों के फर और रूसी को रोकता है. फिर हवा HEPA फिल्टर और कार्बन फिल्टर से गुजरती है जो बचे हुए पार्टिकल्स जैसे पोलन और PM 2.5, PM 10 को निकालते हैं.


जब एयर प्यूरीफायर चलता है तो यह हवा को साफ करता रहता है. लेकिन यह भी ध्यान रखें कि जब आप एयर प्यूरीफायर बंद कर देंगे तो हवा की क्वालिटी जल्दी ही पहले जैसी हो जाएगी. इसलिए अगर आप कमरे में हैं तो एयर प्यूरीफायर को चालू ही रखें.


कौन सा एयर प्यूरिफायर चुनें?


एयर प्यूरीफायर पूरे घर की हवा को साफ नहीं कर सकता, हर एयर प्यूरीफायर की कैपेसिटी अलग होती है. इसलिए खरीदने से पहले कंपनी की जानकारी जरूर देखें कि ये आपके कमरे के हिसाब से सही है या नहीं. उदाहरण के लिए, 500 वर्ग फुट के कमरे के लिए 400 वर्ग फुट साफ करने वाला एयर प्यूरीफायर ठीक नहीं रहेगा.


फिल्टर बदलने का झंझट भी है. ये कितना चलेंगे, ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप कितना इस्तेमाल करते हैं. कुछ एयर प्यूरीफायर के फिल्टर बहुत महंगे होते हैं और मिलना भी मुश्किल होता है. अगर फिल्टर नहीं मिलता है तो आपका एयर प्यूरीफायर बेकार हो जाएगा. हमेशा किसी अच्छी कंपनी का एयर प्यूरीफायर खरीदें. बाजार में सस्ते एयर प्यूरीफायर भी मिल जाएंगे लेकिन लंबे समय में ये महंगे पड़ सकते हैं.