SIM Card Scam: आपने एक कहावत सुनी होगी कि जल्दी का काम शैतान की होता है. ऐसा ही कुछ नया सिम खरीदते समय भी होता है. अक्सल लोग नया सिम खरीदते समय मामूली बातों पर ध्यान नहीं देते और नजरअंदाज कर देते हैं. लेकिन ऐसा करना आपके लिए भारी पड़ सकता है. अगर नया सिम खरीदते समय आपने कुछ बातों का ध्यान नहीं रखा तो आपके साथ फ्रॉड हो सकता है यहां तक की जेल भी जा सकते हैं आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताते हैं जिनका आपको नया सिम खरीदते समय ध्यान रखना चाहिए. 


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नया सिम खरीदने का प्रोसेस


आज के समय में किसी भी व्यक्ति के लिए नया सिम खरीदना बहुत ही आसान काम है. अमूमन आपको कोई पहचान कर देना होता है जैसे कि आधार कार्ड और अपने फिंगरप्रिंट लगाने होते हैं. इसके बाद दुकानदार आपको नया सिम ईशू कर देता है. यह एक बहुत ही सिंपल प्रोसेस है और हर कोई इससे वाकिफ है. लेकिन, इसी प्रोसेस में आपके साथ गड़बड़ी हो जाती है. आइए आपको बताते हैं कैसे.


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अगर आप नया सिम अच्छे ऑफर बात कर बेचने वाली दुकानदार से या किसी छोटी दुकान से खरीदने हैं तो आपके साथ फ्रॉड हो सकता है. दरअसल होता क्या है जब आप सिम लेने के लिए अपने फिंगरप्रिंट लगाते हैं और प्रोसेस पूरा नहीं होता. फिर आप दोबारा फिंगरप्रिंट लगाते हैं और प्रोसेस कैंसिल हो जाता है. बस यहीं पर आपके साथ फ्रॉड हो जाता है.


असल में क्या होता है


लोगों को लगता है कि प्रोसेस कैंसिल हो गया इसलिए सिम ईशू नहीं हुई. लेकिन, ऐसा नहीं होता. लोगों के पता चले बिना उनके फिंगरप्रिंट पर एक सिम ईशू हो जाती है. इसी सिम को दुकानदार बिना आपकी अनुमति के और आपकी बिना आपकी जानकारी के किसी अन्य व्यक्ति को बेच सकता है, जो उसका इस्तेमाल फर्जीवाड़ा करने में कर सकता है. 


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बचने के लिए क्या करें
इससे बचने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप नया सिम कंपनी के अथॉराइज्ड आउटलेट से ही खरीदें. साथ ही संचार साथी पोर्टल पर जाकर यह चेक भी कर सकते हैं कि आपके आधार कार्ड पर कितने सिम रजिस्टर्ड हैं. आप सिम ब्लॉक करवाने के लिए यहां से रिक्वेस्ट भी कर सकते हैं.