Smartphone Market: भारत ने स्मार्टफोन के मामले में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2024 में भारत से स्मार्टफोन का एक्सपोर्ट 42% बढ़कर 15.6 अरब डॉलर (लगभग 1.2 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंच गया है. इतना ही नहीं, स्मार्टफोन अब भारत का चौथा सबसे बड़ा एक्सपोर्ट बन गया है.


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अमेरिका बना नंबर 1 ग्राहक


भारत से स्मार्टफोन निर्यात करने वाले देशों में अमेरिका सबसे आगे है. अमेरिका को पिछले साल के मुकाबले 158% ज्यादा, यानी 5.6 अरब डॉलर के स्मार्टफोन भारत से भेजे गए. इसके बाद यूएई का नंबर आता है, जिसने भारत से 2.6 अरब डॉलर के स्मार्टफोन आयात किए. नीदरलैंड्स और ब्रिटेन को क्रमशः 1.2 अरब डॉलर और 1.1 अरब डॉलर के स्मार्टफोन भारत से भेजे गए. भारत के निर्यात में अब तक पेट्रोलियम पदार्थ सबसे ऊपर रहते थे, लेकिन अब स्मार्टफोन ने इनको पीछे छोड़ दिया है. हालांकि, कुल मिलाकर अभी भी पेट्रोलियम पदार्थ ही सबसे ज्यादा निर्यात किया जाने वाला आइटम है.


क्यों हो रही है ये बढ़ोतरी?


भारत में बनने वाले मोबाइल फोन की कुल कीमत वित्त वर्ष 2024 में 49.16 अरब डॉलर तक पहुंच गई है. ये पिछले साल के मुकाबले 17% ज्यादा है. कई जानकारों का मानना है कि ये बढ़ोतरी सरकार की प्रोडक्ट-लिंक्ड इंसेटिव (PLI) स्कीम की वजह से हुई है. इस स्कीम की मदद से भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन बनाने वाला देश बन गया है. चीन अभी भी पहले नंबर पर है. PLI स्कीम की वजह से चीन के अलावा दूसरी कंपनियां भी भारत में अपना कारखाना लगा रही हैं. ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि चीन और दूसरे देशों के बीच राजनीतिक तनाव बना हुआ है.


Apple जैसी बड़ी कंपनी भी PLI स्कीम का फायदा उठा रही है. माना जा रहा है कि Apple ने वित्त वर्ष 2024 में भारत से 14.39 अरब डॉलर से ज्यादा के मोबाइल फोन बाहर भेजे हैं, जो कि पिछले साल से 33% ज्यादा है. PLI स्कीम का फायदा उठाने वाली कंपनियों में Apple के सप्लायर Foxconn, Wistron India (अब Tata Electronics), और Pegatron के साथ-साथ Samsung भी शामिल है. इन सभी कंपनियों की वजह से भारत से स्मार्टफोन का एक्सपोर्ट काफी बढ़ गया है.


अनुमान लगाया जा रहा है कि वित्त वर्ष 2024 में भारत में बने कुल मोबाइल फोन का लगभग 30% हिस्सा विदेशों को एक्सपोर्ट किया गया है, जबकि पिछले वित्त वर्ष में ये आंकड़ा 25% था. ये आंकड़े भारतीय सेल्युलर और इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) के डाटा से मिले हैं. इससे पता चलता है कि भारत दुनिया में स्मार्टफोन बनाने का एक बड़ा केंद्र बनता जा रहा है. भारत लगातार स्मार्टफोन बनाने के मामले में दुनिया में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है. सरकारी योजनाओं, जैसे कि PLI स्कीम, की मदद से भारत अंतरराष्ट्रीय बाजार में और भी ज्यादा आगे बढ़ने की उम्मीद कर सकता है.