iPhone की फैक्टरी में शादीशुदा महिलाओं की है No Entry, जानिए क्या है आखिर कारण
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iPhone की फैक्टरी में शादीशुदा महिलाओं की है No Entry, जानिए क्या है आखिर कारण

रॉयटर्स की एक हालिया जांच में पता चला है कि फॉक्सकॉन महिलाओं को शादीशुदा होने की वजह से नौकरी नहीं देती है. उनका कहना है कि शादीशुदा महिलाओं की पारिवारिक जिम्मेदारियां होती हैं और सोने के गहने पहनने से उन्हें काम करने में दिक्कत होती है.

 

iPhone की फैक्टरी में शादीशुदा महिलाओं की है No Entry, जानिए क्या है आखिर कारण

Apple के डिवाइस बनाने वाली कंपनी फॉक्सकॉन उन कंपनियों में से एक है जो तमिलनाडु के श्रीपेरंबुदूर में स्थित अपने iPhone बनाने वाली फैक्ट्री में कुछ खास लोगों को नौकरी देने से बचती है. रॉयटर्स की एक हालिया जांच में पता चला है कि फॉक्सकॉन महिलाओं को शादीशुदा होने की वजह से नौकरी नहीं देती है. उनका कहना है कि शादीशुदा महिलाओं की पारिवारिक जिम्मेदारियां होती हैं और सोने के गहने पहनने से उन्हें काम करने में दिक्कत होती है.

शादीशुदा महिलाओं को नहीं मिलती जॉब

ये भेदभाव सीधे पार्वती और जानकी नाम की दो बहनों ने झेला. ये दोनों 20 साल की हैं और पास के ही गांव से आई थीं. मार्च 2023 में उन्होंने व्हाट्सएप पर फॉक्सकॉन की नौकरी का विज्ञापन देखा और वहां पहुंचीं. वहां पहुंचने पर गार्ड ने उनसे पूछा कि क्या उनकी शादी हो चुकी है. पार्वती ने बताया कि 'हम दोनों शादीशुदा हैं, इसीलिए हमें नौकरी नहीं मिली.' रिपोर्ट के मुताबिक, उन्हें वहां ले जाने वाले रिक्शे वाले ने भी बताया था कि शादीशुदा औरतों को वहां नौकरी नहीं मिलती.

जॉब न देने के कई कारण

ये बातें फॉक्सकॉन इंडिया में काम करने वाले एक पूर्व मैनेजर, एस. पॉल ने भी बताईं. उन्होंने कहा कि फॉक्सकॉन के अफसर मौखिक तौर पर नौकरी दिलाने वाली कंपनियों को ये बताते हैं कि वो शादीशुदा महिलाओं को काम पर न रखें. अगस्त 2023 में फॉक्सकॉन छोड़ चुके पॉल के अनुसार, कंपनी का मानना है कि शादीशुदा महिलाओं पर घर की जिम्मेदारियां ज्यादा होती हैं और उनके बच्चे भी हो सकते हैं, जिसकी वजह से वो दफ्तर में कम आ सकती हैं.

गहनों से लग सकता है बिजली का झटका

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, फॉक्सकॉन और उनसे जुड़ी हुई नौकरी दिलाने वाली कंपनियों के कई लोगों ने बताया कि असल में ये भेदभाव इसलिए किया जाता है. उनका कहना है कि शादीशुदा हिंदू महिलाएं जो पारंपरिक गहने पहनती हैं, जैसे पैर की अंगूठी और गले का हार, ये काम में दिक्कत पैदा कर सकते हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि दरअसल इन गहनों की वजह से बिजली का झटका लगने का खतरा रहता है या फिर ये चोरी हो सकते हैं, जिससे सुरक्षा में दिक्कत आती है.

रिपोर्ट के अनुसार, ये पूरी तरह से सख्त नियम नहीं है और कभी-कभी, खास तौर पर जब ज्यादा मात्रा में सामान बनाना होता है, तब शादीशुदा महिलाओं को भी नौकरी पर रख लिया जाता है. लेकिन ऐसा होना बहुत कम होता है. कुछ नौकरी दिलाने वाली कंपनियां तो ये भी करती हैं कि वो महिलाओं को नौकरी दिलाने में उनकी मदद करती हैं कि वो ये ना बताएं कि वो शादीशुदा हैं.

दो साल से हो रहा भेदभाव

Apple और Foxconn दोनों को इन आरोपों के बारे में पता चला है. उन्होंने माना कि 2022 में उनकी नौकरी देने की प्रक्रिया में गलतियां हुई थीं और उन्होंने सुधार करने की कोशिश भी की. लेकिन रॉयटर्स की जांच में पाया गया कि असल में ये भेदभाव 2023 और 2024 में भी होता रहा.

भारत में कानून भले ही सीधे तौर पर शादीशुदा होने के आधार पर भेदभाव की मनाही ना करते हों, लेकिन Apple और Foxconn दोनों की अपनी नीतियों में ये बताया गया है कि ऐसा नहीं किया जा सकता. Apple का कहना है कि वो सामान बनाने वाली कंपनियों के साथ काम करते समय सबसे अच्छे तरीकों को अपनाते हैं और ये भी बताया कि Foxconn भारत में कुछ शादीशुदा महिलाओं को काम पर रखती है.

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