आजकल हवाई जहाज से यात्रा करना आम बात हो गई है. ये बहुत सुविधाजनक और तेज है. लेकिन यात्रियों की सुरक्षा के लिए सख्त नियम भी होते हैं. उन्हीं में से एक नियम है विमान में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस इस्तेमाल करने पर पाबंदी होना. आइए आपको बताते हैं कि हवाई जहाज में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस इस्तेमाल न करने के पीछे क्या कारण है और इससे कौन से डिवाइस प्रभावित होते हैं.


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फ्लाइट में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के इस्तेमाल पर क्यों होता है बैन


विमान में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस इस्तेमाल करने पर इसलिए पाबंदी लगाई जाती है क्योंकि डिवाइस ऐसे सिग्नल छोड़ते हैं जो कभी-कभी विमान चलाने के जरूरी उपकरणों को प्रभावित कर सकते हैं. इससे उड़ान में खतरा हो सकता है. इस खतरे को कम करने के लिए ही कुछ खास डिवाइस इस्तेमाल करने पर रोक लगाई जाती है.


किन डिवाइस पर रोक है?


मोबाइल फोन


आमतौर पर विमान में फोन ले जाने की अनुमति होती है, लेकिन पूरी उड़ान के दौरान उन्हें एयरप्लेन मोड में रखना जरूरी होता है. साथ ही उड़ान भरते और उतरते समय उन्हें बंद करके सुरक्षित जगह पर रखना होता है.


लैपटॉप और टैबलेट


टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान बड़े उपकरणों को कैरी-ऑन बैगेज में रखना होता है ताकि केबिन में कोई ढीली चीज न रहे.


पोर्टेबल इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस (PEDs)


फ्लाइट में कैमरा, ई-रीडर, गेमिंग डिवाइस और म्यूजिक प्लेयर जैसे छोटे डिवाइस ले जाने की आम तौर पर अनुमति होती है. लेकिन, इन्हें इस्तेमाल करने और रखने के कुछ नियमों का पालन करना होता है.


स्मार्टवॉच और पहनने योग्य डिवाइस


स्मार्टवॉच और अन्य डिवाइस को फ्लाइट में ले जाया जा सकता है, लेकिन इनमें से मोबाइल नेटवर्क जैसी कुछ खास चीजें बंद करनी पड़ सकती हैं. उड़ान के दौरान इन्हें भी एयरप्लेन मोड में रखना होता है.


पावर बैंक और बैटरी पैक


हवाई जहाज में पावर बैंक ले जाने की आमतौर पर अनुमति होती है, लेकिन एयरलाइंस इनकी कैपेसिटी को सीमित कर सकती हैं. इसलिए अपनी एयरलाइन से जरूर पूछ लें कि कितना बड़ा पावर बैंक ले जा सकते हैं.


फ्लाइट में इन डिवाइस को ले जाना सख्त मना है 


सैमसंग गैलेक्सी नोट 7


बैटरी फटने की समस्या के चलते सैमसंग गैलेक्सी नोट 7 को किसी भी विमान में ले जाने की अनुमति नहीं है.


हॉवरबोर्ड


हॉवरबोर्ड को सेल्फ-बैलेंसिंग स्कूटर भी कहा जाता है. लिथियम-आयन बैटरी की वजह से हॉवरबोर्ड को फ्लाइट में नहीं ले जा सकते हैं, क्योंकि इससे आग लगने का खतरा रहता है.


स्पेयर लिथियम बैटरी


100 वाट-घंटे से ज्यादा क्षमता वाली स्पेयर लिथियम बैटरियों को चेक-इन बैगेज में रखने की अनुमति नहीं है, क्योंकि इससे भी आग लगने का खतरा रहता है.