Cyber Security: भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार बन गया है. इसी के साथ मोबाइल धोखाधड़ी और हैकिंग का खतरा भी तेजी से बढ़ रहा है. साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स ने यूजर्स को सतर्क रहने और अपने जरूरी डेटा की सुरक्षा के लिए कदम उठाने की सलाह दे रहे हैं. चेक पॉइंट सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज के इंडिया और SAARC MD सुंदर बालासुब्रमणियन बताते हैं कि स्मार्टफोन में हमारी निजी और बिजनेस दोनों तरह की जानकारी रहती है. ठीक उसी तरह से जैसे लैपटॉप में रहती है.  


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क्यों खतरनाक है स्मार्टफोन का गलत इस्तेमाल?


अगर आपका फोन हैक हो जाता है तो ये नुकसान छोटे बिजनेस को भी काफी परेशानी में डाल सकता है. उदाहरण के तौर पर मान लीजिए किसी बेकरी में ओवन को चलाने के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया जाता है. अगर ये फोन हैक हो जाता है तो इससे न सिर्फ बेकरी का काम रुक सकता है बल्कि ग्राहकों की जानकारी भी चोरी हो सकती है.


बालासुब्रमणियन चेतावनी देते हैं कि "स्मार्टफोन की सुरक्षा में कमी आपके बिजनेस को खतरे में डाल सकती है." वो ये भी बताते हैं कि कई लोग अपने फोन में मोबाइल एंटी-मालवेयर नहीं लगाते. इसकी वजह जागरूकता की कमी, कीमत, फोन की परफॉर्मेंस पर असर और ये गलतफहमी हो सकती है कि खासकर iOS फोन में इसकी जरूरत नहीं है.


कैसे बढ़ाएं अपने स्मार्टफोन की सुरक्षा?


एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि फोन की सुरक्षा के लिए ऐप्स सिर्फ ऑफिशियल ऐप स्टोर से ही डाउनलोड करें, पब्लिक Wi-Fi इस्तेमाल करने से बचें और अगर हो सके तो मोबाइल थ्रेट प्रिवेंशन एप्लिकेशन इंस्टॉल करें. बालासुब्रमणियन इस बात पर जोर देते हैं कि हमें अपने स्मार्टफोन की सुरक्षा उतनी ही गंभीरता से लेनी चाहिए जितनी हम अपने लैपटॉप की लेते हैं और लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाने चाहिए.


कंपनियां मोबाइल थ्रेट प्रिवेंशन सॉल्यूशंस अपनाकर और फोन पर रेगुलर अपडेट्स लगाकर अपनी सुरक्षा को मजबूत बना सकते हैं. इससे उन्हें मोबाइल डिवाइस पर होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि का पता लगाने में मदद मिलेगी. सरकार भी मोबाइल धोखाधड़ी से लड़ने के लिए कदम उठा रही है. हाल ही में सरकार ने साइबर सिक्योरिटी अवेयरनेस कैंपेन चलाए हैं और फाइनेंशियल फ्रॉड से जुड़े 1.4 लाख से ज्यादा मोबाइल नंबरों को ब्लॉक किया है.


जैसे-जैसे स्मार्टफोन का इस्तेमाल बढ़ रहा है, वैसे-वैसे साइबर अटैक्स का खतरा भी बढ़ रहा है. खासकर कोरोना के समय वर्क फ्रॉम होम कल्चर की वजह से स्मार्टफोन का इस्तेमाल और ज्यादा बढ़ गया है. इसलिए जरूरी है कि यूजर्स खुद भी अपने फोन की सुरक्षा के लिए सतर्क रहें. लेटेस्ट खतरों की जानकारी रखें और अपनी डिवाइस की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएं ताकि खुद को और अपने बिजनेस को इस लगातार बदलते खतरे से बचा सकें.