X को पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता है. उसने प्रबंधन के लिए डैशबोर्ड ऐप ट्वीटडेक को एक्सप्रो कर दिया है. यानी अब ट्वीटडेक को एक्सप्रो के नाम से जाना जाएगा. अब जब यूजर लॉग आउट करते हैं और ट्वीटडेक वेबसाइट पर जाते हैं, तो पेज के ऊपरी हिस्से पर उन्हें 'एक्सप्रो' लिखा हुआ दिखेगा. यह ट्वीटडेक की रीब्रांडिंग के कारण है, लेकिन यूआरएल अभी भी 'https://tweetdeck.twitter.com/' यही रहेगा.


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क्या कहा कंपनी ने?
कंपनी ने पेज पर बताया है, 'एक्‍सप्रो एक आसान इंटरफ़ेस में कई टाइमलाइन कॉलम देखने का एक सुविधाजनक तरीका है.' एक्स-ओनर एलन मस्क ने पिछले सप्ताह इस रीब्रांडिंग की घोषणा की थी. ट्वीटडेक के बारे में एक पोस्ट के जवाब में मस्क ने लिखा था, 'नाम बदलकर एक्‍सप्रो हो रहा है. यह साइऑप प्लगइन्स की एक विस्तृत सीरीज के साथ आएगा.'


पिछले महीने, प्लेटफॉर्म ने ट्वीटडेक का एक उन्नत संस्करण लॉन्च किया और कहा, '30 दिन में यूजर्स को ट्वीटडेक तक पहुंचने के लिए सत्यापित होना होगा.' मस्क ने 23 जुलाई को ट्वीट्स की एक सीरीज के साथ ट्विटर की 'एक्स' के रूप में रीब्रांडिंग का संकेत देना शुरू कर दिया था, जिसमें से एक में कहा गया था, 'जल्द ही हम ट्विटर ब्रांड और धीरे-धीरे सभी पक्षियों को अलविदा कह देंगे.'


तब से, सभी प्लेटफार्मों पर ट्विटर का नाम और ब्लू बर्ड लोगो बदल रहा है. दूसरी ओर, ऐसा लग रहा है कि कंपनी अभी भी आईडी-आधारित सत्यापन पर काम कर रही है. ऐप शोधकर्ता नीमा ओवजी ने मंगलवार को एक स्क्रीनशॉट साझा किया जिसमें दिखाया गया कि जब कोई उपयोगकर्ता के नीले चेकमार्क पर क्लिक करता है, तो एक नया लेबल प्रदर्शित होगा जिसमें लिखा होगा "यह खाता आईडी सत्यापित है.'


ओउजी ने कहा, 'ट्विटर (एक्स) महीनों पहले इस पर काम कर रहा था लेकिन ऐसा लगता है कि उन्होंने इस पर फिर से काम करना शुरू कर दिया है.'


(इनपुट-आईएएनएस)