नई दिल्ली: Facebook को दुनिया भर में अरबों लोग इस्तेमाल करते हैं. डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर ज्यादातर समय बिताने के बावजूद, हममें से कुछ लोग वास्तव में विचार करते हैं कि हमारे मरने के बाद हमारे डिजिटल खातों का क्या होगा. आइए जानते हैं कि इस दुखद घटना के बाद यूजर के अकाउंट का क्या होता है. अकाउंट डिलीट होने के बाद सारे फोटो और दूसरे डिटेल्स सर्वर से हटा दिए जाते हैं. यानी यूजर के अस्तित्व को पूरी तरह से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से समाप्त कर दिया जाता है. 


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वारिस को लेनी होती है अनुमति
Facebook में  किसी व्यक्ति की मौत हो गई तो उसके खाते को यादगार बनाने का विकल्प भी है." विरासत अनुबंध के तहत मृतक का वारिस उसके फेसबुक अकाउंट की टाइमलाइन पर एक पोस्ट लिख सकता है. उस पोस्ट को अगर कोई लाइक करता है तो उसे मृतक के खाते की तस्वीरें, पोस्ट और प्रोफाइल की जानकारी डाउनलोड करने के लिए वारिस की अनुमति लेनी होगी.


वारिस को इस बात का हक नहीं
अगर आप इसे यादगार के तौर पर रखना चाहते हैं तो आपके Facebook Account पर आपके नाम के ठीक बाद ‘रिमेंबर' का ऑप्‍शन दिखाई देगा. वारिस हालांकि मृतक के अकाउंट में लॉग इन नहीं कर सकेगा और न ही उसके निजी मैसेजों को पढ़ सकेगा. वैकल्पिक रूप से आप फेसबुक को यह बता सकते हैं कि मृत्यु के बाद उसका अकाउंट स्थाई रूप से डिलीट किया जा सके.


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ये कहते हैं साइबर एक्सपर्ट
साइबर एक्सपर्ट पवन दुग्गल कहते हैं कि जब किसी की मौत हो जाती है और उसके Email और Social Media अकाउंट्स होते हैं. तो वे स्थानांतरण योग्य संपत्ति हैं और संबंधित व्यक्ति का कोई वारिस उन्हें चलाने की अनुमति ले सकता है." फेसबुक अपने उपयोगकर्ताओं को एक वसीयत अनुबंध की अनुमति देता है, जिसके तहत उसकी मृत्यु के बाद उसका अकाउंट चलाने के लिए वह किसी पारिवारिक सदस्य या किसी मित्र को चुन सकता है.